गुवाहाटी, 28 जुलाई 2021
देश में सभी बड़े राज्य बाढ़ से प्रभावित है जिसकी वजह से हज़ारों लोग बेघर हो गए है वहीं बाढ़ से असम पर भी संकट के बादल गहरा गए है । लोअर असम के पांच बाढ़ संभावित जिलों को भूटान में कुरिचु जल विद्युत संयंत्र बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद मंगलवार को अलर्ट पर रखा गया है।
बता दें, पूर्वी भूटान में 60MW कुरिचु पावर प्लांट चलने वाली भूटान की जलविद्युत कंपनी ड्रक ग्रीन पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीजीपीसी) ने छह घंटे के लिए प्रति सेकंड 1,500 क्यूबिक मीटर से अधिक पानी छोड़ा है।
चूंकि बांध से छोड़ा गया अतिरिक्त पानी असम के पड़ोसी जिलों में बहता है इसलिए इन बाढ़ संभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन ने निवासियों को सतर्क कर दिया है और स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।
बांध से छोड़ा गया अतिरिक्त पानी बेकी, मानस और एई सहित सात प्रमुख नदियों में उफान आने का कारण बनता है जिसके बदले में नलबाड़ी, बक्सा, बारपेटा, चिरांग और बोंगईगांव जिलों को प्रभावित करते हैं।
बेकी नदी के तट पर जिले के अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं और संभावित आपात स्थिति के बारे में निवासियों को सूचित कर रहे है। बारपेटा जिले में प्रशासन स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है और निवासियों को अलर्ट पर रहने की सूचना भी दो जा रही है।
राज्य सरकार की बाढ़ रिपोर्टिंग और सूचना प्रणाली (FRIMS) के अनुसार असम में बाढ़ की स्थिति मंगलवार को नियंत्रण में है। केवल दो जिलों गोलाघाट और सोनितपुर के कुछ हिस्सों में ही बाढ़ जैसी घटनाओं की सूचना है।