नई दिल्ली, 20 मई | राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया का बुधवार देर रात कोरोना से निधन हो गया। उनका जन्म 15 जनवरी 1932 को हुआ था और वे 89 वर्ष के थे। दिल्ली के एक निजी अस्पताल में उनका कई दिनों से कोरोना का उपचार चल रहा था। बता दें कि जगन्नाथ पहाड़िया राजस्थान के पहले दलित मुख्यमंत्री थे। वे बाद में बिहार और हरियाणा के राज्यपाल भी रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जगन्नाथ पहाड़िया के निधन पर गुरुवार को शोक जताया और कहा कि उन्होंने अपने लंबे राजनीतिक एवं प्रशासनिक करियर में सामाजिक सशक्तीकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया. पीएम मोदी ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए लिखा, ‘राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया के निधन से दुखी हूं। अपने लंबे राजनीतिक और प्रशासनिक करियर में, उन्होंने सामाजिक सशक्तिकरण में उल्लेखनीय योगदान दिया। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना। ऊं शांति।’
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी श्री जगन्नाथ पहाड़िया के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा " श्री पहाड़िया हमारे बीच से कोविड की वजह से चले गए, उनके निधन से मुझे बेहद आघात पहुंचा है। ईश्वर से प्रार्थना है शोकाकुल परिजनों को इस कठिन समय में सम्बल दें एवं दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे"
अशोक गहलोत ने आगे लिखा, श्री जगन्नाथ पहाड़िया जी देश के वरिष्ठ नेताओं में से थे, उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में, राज्यपाल के रूप में, केंद्रीय मंत्री के रूप में लम्बे समय तक देश की सेवा की है, 20 मई (गुरूवार) को राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक होगी, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री स्व. श्री जगन्नाथ पहाड़िया जी के निधन पर शोकाभिव्यक्ति होगी। स्व. श्री पहाड़िया के सम्मान में एक दिन का राजकीय शोक रहेगा एवं राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा, सभी सरकारी कार्यालयों में 20 मई का अवकाश रहेगा।