अमेठी (उत्तर प्रदेश), 4 दिसंबर (न्यूज़ हेल्पलाइन) भारत रक्षा उपकरणों और मामलों में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने कब दिशा में पिछले कुछ समय से पूरा प्रयास कर रहा है। इसी दिशा में एक एक और कदम बढ़ाते हुए भारत सरकार ने AK-203 के उत्पादन के लिए योजना को मंजूरी दे दी है।
भारत सरकार के सूत्रों से प्राप्त सूचना के अनुसार भारत में रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता को एक बड़ा बढ़ावा देने के लिए, सरकार ने उत्तर प्रदेश में कोरवा, अमेठी में पांच लाख से अधिक AK-203 असॉल्ट राइफलों के उत्पादन की योजना को मंजूरी दी है।
भारत सरकार के सूत्रों ने बताया है कि यह पहल 7.62 X 39mm कैलिबर AK-203 राइफल्स को 3 दशक से अधिक समय पहले शामिल की गई इन-सर्विस INSAS राइफल को बदलने के लिए की गई है। AK-203 असॉल्ट राइफल्स, 300 मीटर की प्रभावी रेंज के साथ, हल्के वजन और उपयोग में आसान आधुनिक असॉल्ट राइफल्स हैं जो सिद्ध तकनीक के साथ हैं जो सैनिकों की युद्ध क्षमता को बढ़ाएगी।
भारत सरकार के सूत्रों से प्राप्त सूचना के अनुसार उत्तर प्रदेश के अमेठी में लाई गई इस परियोजना को एक विशेष उद्देश्य संयुक्त उद्यम-इंडो-रूसी राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा कार्यान्वित की जाएगी, जिसे भारत के तत्कालीन ओएफबी (अब एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड और मुनिशन्स इंडिया लिमिटेड) और रूस के रोसोबोरोनएक्सपोर्ट (आरओई) और चिंता कलाश्निकोव के साथ बनाया गया था।
ज्ञात हो को उत्तर प्रदेश के अमेठी में रक्षा मंत्रालय ने पहले से ही अपनी कई परियोजनाएं शुरू कर रखी है। इस AK-203 असॉल्ट राइफल की परियोजना के जुड़ जाने से उत्तर प्रदेश के द्वारा भारत के सामरिक क्षेत्र में योगदान और भी बढ़ जाएंगे।