नई दिल्ली, 1 फरवरी ( न्यूज हेल्पलाइन ) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए चार्जिंग स्टेशनों पर ही बैटरियां बदलने की सुविधा प्रदान करने के लिए एक नीति लाई जाएगी।अपने बजट भाषण में केंद्रीय वित्त मंत्री ने एलान किया कि सरकार जल्द ही बैटरी स्वैपिंग पॉलिसी (Battery Swapping Policy) लेकर आएगी। बैटरी स्वैपिंग सुविधा का फायदा यह होगा कि इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) में बैटरी चार्जिंग की समस्या खत्म हो जाएगी। साथ ही कोई भी ईवी वाहन स्वामी अपनी डिस्चार्ज बैटरी के बदले फुल चार्ज बैटरी ले सकता है। सरकार के इस नीति के लाने से लोगों में इलेक्ट्रिक गाड़ियां खरीदने को लेकर झिझक दूर होगी।
सीतारमण ने वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश करते हुए कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल में बैटरी चार्जिंग की अहम भूमिका को देखते हुए सरकार चार्जिंग स्टेशनों पर बैटरियां बदलने से जुड़ी एक नीति लेकर आएगी। चार्जिंग स्टेशन के लिए जगह की कमी को देखते हुए बैटरियां बदलने की सुविधा देनी जरूरी है।
शहरी क्षेत्रों में चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए जगह की उपलब्धता से जुड़ी समस्या को देखते हुए बैटरी बदलने की नीति लाई जाएगी ताकि इससे जुड़े परिचालन को नियमित किया जा सके।’’ उन्होंने कहा कि बैटरी या ऊर्जा सेवा के लिए टिकाऊ कारोबारी मॉडल को प्रोत्साहित किया जाएगा। इससे ईवी पारिस्थितिकी में सक्षमता को बेहतर किया जा सकेगा।
सीतारमण ने कहा, ‘‘हम शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन के इस्तेमाल को बढ़ावा देंगे। स्वच्छ प्रौद्योगिकी एवं शासन समाधानों के जरिये इसे समर्थन दिया जाएगा। शून्य जीवाश्म ईंधन नीति और इलेक्ट्रिक वाहनों वाले विशेष आवागमन क्षेत्र निर्धारित किए जाएंगे।’’ इस नीति में बैटरी अदला-बदली के केंद्रों की स्थापना को गति दी जाएगी। यहां पर इलेक्ट्रिक वाहनों के मालिक डिस्चार्ज हो चुकी बैटरी को बदलकर चार्ज बैटरी लगवा सकेंगे।
कई राज्यों में निजी कंपनियों ने बैटरियों की अदला बदली के लिए बैटरी स्वैपिंग स्टेशन बनाने शुरू कर दिए हैं। भारत की रिलायंस इंडस्ट्रीज और ब्रिटेन की बीपी पीएलसी ने देश में बैटरी स्वैपिंग के लिए एक ज्वाइंट वेंचर बनाया है। इसके अलावा हीरो मोटोकॉर्प और ताइवान के गोगोरो ने भी बैटरी स्वैपिंग के लिए साझेदारी की है। वहीं इंडियन ऑयल ने भी इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए बैटरी स्वैपिंग सुविधा शुरू की है। आईओसी ने यह सुविधा पायलट प्रोजेक्ट के तहत यह सुविधा चंडीगढ़ के एक पेट्रोल पंप उपलब्ध कराई है, जहां से कोई भी मिनटों में डिस्चार्ज बैटरी के बदले में फुल चार्ज बैटरी ले सकता है। जिसके बाद इस सुविधा को दिल्ली, गुरुग्राम समेत अन्य शहरों में लॉन्च किया जाएगा। इस सुविधा का लाभ इलेक्ट्रिक ऑटो, इलेक्ट्रिक रिक्शा और इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर जैसे कॉमर्शियल व्हीकल को मिलेगा। वहीं फैक्टरी फिटेड इलेक्ट्रिक व्हीकल भी बैटरी स्वैपिंग सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
क्या है Battery Swapping
जैसे आप अपनी गाड़ी में पेट्रोल, डीजल या सीएनजी भरवाने के फिलिंग स्टेशन या फ्यूल स्टेशन पर जाते हैं, वैसे ही सरकार की बैटरी स्वैपिंग नीति आने के बाद आपको कंपनियों के स्वैपिंग स्टेशन पर जाना होगा। वहां पर आपको अपनी पुरानी डिस्चार्ज बैटरी देनी होगी, जिसके बदले आपको फुल चार्ज दूसरी बैटरी मिल जाएगी। स्वैपिंग स्टेशन पर कई ब्रांड्स की बैटरी उपलब्ध होंगी, जहां लगातार कई बैटरियां चार्ज होती रहेंगी। बदले में आपको फुल चार्ज बैटरी का बिल चुकाना होगा।
इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि आपका वक्त बचेगा। आमतौर पर ईवी की बैटरी चार्ज होने में नॉमर्ल चार्जर से 8 से 10 घंटे लगते हैं, जबकि फास्ट चार्जर से डेढ़ से दो घंटे में बैटरी फुल चार्ज हो जाती है। वहीं अगर चार्जिंग स्टेशन पर भीड़ हुई तो आपको लंबा इंतजार भी करना पड़ सकता है। लेकिन बैटरी स्वैपिंग स्टेशन पर बैटरी की अदला-बदली कर आप इस झंझट से बच सकेंगे और अपने गंतव्य स्थान पर शीघ्र पहुंच सकेंगे। साथ ही लंबी दूरी भी आराम से तय कर सकेंगे।