न्यूज हेल्पलाइन 22 फरवरी मुंबई, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने अभियान 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' के जरिए महिला सशक्तिकरण को गति दी है। प्रियंका दूसरी इंदिराजी गांधी हैं। महिला एवं बाल कल्याण मंत्री अधिवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश से शुरू हुआ आंदोलन देश भर की महिलाओं को न्याय के अधिकार के प्रति जागरूक करने के लिए है और यह अभियान राज्य में भी हर जगह लागू किया जाएगा।
'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' अभियान के 125 दिन पूरे होने के अवसर पर महाराष्ट्र प्रदेश महिला कांग्रेस की ओर से पुणे में एक महिला रैली का आयोजन किया गया. महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष संध्याताई सावलाखे, कांग्रेस नगर अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री रमेश बागवे, विधायक संग्रामदादा थोपटे, कमल व्यवहारारे, दीप्तिताई चावधारी, मनीष आनंद, संगीता ढोंडे, संगीता तिवारी, नीता त्रिवेदी, रूपाली कापसे, डॉ. अंजलि ठाकरे, उज्ज्वला साल्वे, इस मौके पर पूनम पाटिल, जयश्री वानखेड़े, सूर्यशीला मोरे, पुणे महिला कांग्रेस अध्यक्ष पूजा आनंद आदि मौजूद रहीं।
प्रियंका गांधी की 'लड़की हूं' बालक शक्ति हूं' यह संदेश देती है कि लड़कियों को सशक्त बनाया जाता है, लड़कियों का सम्मान किया जाता है, और लड़कियां और महिलाएं अपने अधिकारों के लिए लड़ सकती हैं। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस अध्यक्ष नेता डिसूजा के सुझाव पर गुलाबी रंग की टी-शर्ट, गुलाबी साड़ी, गुलाबी गुब्बारे लिए छात्राएं, छात्राएं और महिलाएं सभी महिलाओं और लड़कियों ने रैली में भाग लिया।
इस मौके पर बोलते हुए महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष संध्याताई सावलाखे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी नेता महिलाओं के बारे में निम्न स्तर की भाषा का इस्तेमाल करते हैं। महिलाओं को अन्याय के खिलाफ लड़ना चाहिए। विधायक संग्रामदादा थोपटे और पुणे शहर के अध्यक्ष रमेश बागवे ने भी मार्गदर्शन किया|