नई दिल्ली, 31 अगस्त ( न्यूज हेल्पलाइन)
केंद्र द्वारा जलियांवाला बाग स्मारक के पुनर्निर्माण को "शहीदों का अपमान" करार देते हुए, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि वह "अश्लील क्रूरता" के खिलाफ हैं।राहुल गांधी ने इस मामले पर केंद्र पर निशाना साधते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा, “जलियाँवाला बाग के शहीदों का ऐसा अपमान वही कर सकता है जो शहादत का मतलब नहीं जानता. मैं एक शहीद का बेटा हूँ- शहीदों का अपमान किसी क़ीमत पर सहन नहीं करूँगा। हम इस अभद्र क्रूरता के ख़िलाफ़ हैं।”
कांग्रेस नेता का बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शनिवार शाम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जलियांवाला बाग स्मारक के पुनर्निर्मित परिसर को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद आई है। इस कार्यक्रम में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी वर्चुअली शिरकत की।
दरअसल भारत के इतिहास में दर्ज एक काले अध्याय के रूप में जाना जाने वाला जलियांवाला बाग को रेनोवेट कर दिया गया है, हालांकि सोशल मीडिया पर सरकार के इस फैसले को लेकर लोग खुश नजर नहीं आ रहे हैं।सोशल मीडिया पर इस रेनोवेशन के बाद लोगों का गुस्सा और आलोचना देखने को मिल रही है।
ज्यादात्तर प्रतिक्रिया उन गलियारों को लेकर हो रही है, जिन्हें बदल दिया गया है।इन गलियारों में ही जनरल डायर ने अपने बैसाखी पर शांति से प्रदर्शन कर रहे पुरुषों और महिलाओं पर गोली चलाने का आदेश दिया था। मालूम हो कि जलियांवाला बाग नए रंग-रूप के साथ करीब डेढ़ साल बाद खोला गया है। 28 अगस्त की शाम ही पीएम नरेंद्र मोदी ने इसका वर्चुअल उद्घाटन किया। मिली जानकारी के अनुसारा इस रेनोवेशन में 20 करोड़ खर्च किए गए है और जलियावाला बाग को नया बना दिया गया है।
यहां के शहीदी कुएं को पूरी तरह रेनोवेट किया गया है।नई गैलरियां, गोलियों के निशान वाली दीवारों को भी सहेजा गया है। वहीं लाइट एंड साउंड के साथ एक डिजिटल डाक्यूमेंट्री तैयार की गई ताकि लोगों को जलियांवाला बाग नरसंहार के बारे में पूरी जानकारी मिल सकें।यहां पर 80 लोगों के बैठने की क्षमता है।