नई दिल्ली, 12 जून 2021 देश में पिछले दिनों डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बदतमीजी और उनपर हमलों की घटनाओं में बहुत वृद्धि देखने को मिली है। इन्हीं हो रहे हमलों के विरुद्ध इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने 18 जून 2021 को एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने की घोषणा की है।
डॉक्टरों पर हमलों और होने वाले विरोध प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए IMA के अध्यक्ष डॉक्टर जेए जयलाल ने कहा कि पिछले कुछ समय से देश के हरेक भाग में डॉक्टरों के साथ बदतमीजी हुई है। बिहार, पश्चिम बंगाल, असम, यूपी और कर्नाटक के कोरोना वार्डों में सेवारत डॉक्टरों के साथ बदतमीजी हुई और उन्हें बेरहमी से पीटा गया। महामारी में काम कर रहे फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है।
अपनी मांगों के बारे में बात करते हुए डॉक्टर जेए जयलाल ने कहा, “ हम मांग करते हैं कि सरकार सीआरपीसी और आईपीसी के प्रावधानों के साथ एक केंद्रीय सुरक्षा कानून लाए और साथ ही यह भी सुनिश्चित करे कि सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एक अनिवार्य सुरक्षा संरचना है।”
18 जून 2021 को होने वाले विरोध की रूपरेखा के बारे में बात करते हुए IMA के अध्यक्ष डॉक्टर जेए जयलाल ने कहा, “इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) 18 जून को स्वास्थ्य कर्मियों पर हमले के खिलाफ 'उद्धारकर्ता बचाओ' (Save the Saviour) नारे के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के विरोध का नेतृत्व करेगी।”
विरोध प्रदर्शन के बारे में लोगों की आशंकाओं को दूर करते हुए IMA अध्यक्ष ने कहा कि विरोध प्रदर्शन के समय कोई भी अस्पताल बंद नहीं होगा। विरोध के तौर पर डॉक्टर काला बिल्ला, काला मुखौटा या काली शर्ट पहनेंगे।” ऐसे में जब देश कोरोना महमारी के विरुद्ध संघर्ष कर रहा है, वैसे विकट परिस्थिति में IMA द्वारा बिना काम रोके विरोध करने का निर्णय करके एक बहुत ही समझदारी भरा निर्णय लिया है।