नई दिल्ली, 25 फरवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) रूस और यूक्रेन के मध्य जारी युद्ध के कारण हज़ारो भारतीय नागरिक और स्टूडेंट्स यूक्रेन में फंस गए हैं। इन भारतीयों में मेडिकल के छात्रों की संख्या अच्छी-खासी है। इसी को देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने यूक्रेन में फंसे मेडिकल छात्रों को निकालने के लिए पीएम मोदी (PM Modi) को पत्र लिखा है। IMA ने भारत सरकार से मेडिकल छात्रों के लिए एक समर्पित हेल्पडेस्क स्थापित करने और उनकी आर्थिक मदद करने का भी आग्रह किया।
पीएम मोदी (PM Modi) को ‘यूक्रेन में फंसे मेडिकल छात्रों की दुर्दशा’ विषय के साथ लिखे पत्र में IMA ने कहा है कि आदरणीय महोदय, जैसा कि आप जानते हैं कि मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हजारों भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। उनमें से अधिकांश हवाई यात्रा की बढ़ी हुई लागत को वहन नहीं कर सकते। यहां तक कि वहां के प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण वहन करने वाले भी यात्रा नहीं कर सकते हैं। यहां तक कि दिन-ब-दिन राशन भी कम होता जा रहा है। उनके अस्तित्व के लिए गंभीर कठिनाइयाँ पैदा कर रहा है।
यहां उनके माता-पिता अपने बच्चों की सुरक्षा और भलाई को लेकर चिंतित और चिंतित हैं। IMA भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए हमारी केंद्र सरकार द्वारा किए गए विभिन्न प्रयासों से अच्छी तरह वाकिफ है। हम ईमानदारी और नम्रता से आपके अच्छे आत्मा से हमारे युवा छात्रों को प्राथमिकता देने और उन्हें जल्द से जल्द वापस लाने की अपील करते हैं। हम सरकार से आगे अनुरोध करते हैं कि उन्हें आर्थिक रूप से मदद करें और हर संभव प्रयास करें और उन्हें इस संकट से बाहर निकाले।