तिरुवनन्तपुरम, 10 जुलाई 2021 कोरोना वायरस से जूझ रहे तटवर्ती राज्य केरल में मौसम ने भी अपना तीव्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। आने वाले दिनों दिनों में केरल के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। इसी के मद्देनजर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने केरल के चार जिलों (एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर और कासरगोड) के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
IMD ने इस बारे में राज्य को सूचित करते हुए बताया है कि एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर और कासरगोड जिलों में रेड अलर्ट और पठानमथिट्टा, कोट्टायम, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड, वायनाड और कन्नूर जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम के साथ कोल्लम और अलाप्पुझा जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
ज्ञात हो कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) बारिश और तूफान की संभावना के आधार पर समय-समय पर रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी करता है, जिसमें हर एक रंग का एक मतलब होता है। रंगों के आधार पर IMD यह बताने की कोशिश करता है कि निकट भविष्य में उस क्षेत्र में कितनी मात्रा में बारिश होने की संभावना है, या वहां कितने स्पीड से हवाएं चलेंगी।
ज्ञात हो कि भारी बारिश, तूफान, बाढ़ या ऐसी प्राकृतिक आपदा से पहले लोगों को सचेत करने के लिए मौसम विभाग येलो अलर्ट जारी करता है। येलो अलर्ट का मतलब होता है कि उस क्षेत्र में कुछ घंटों के बाद 15-64 मिमी की भारी बारिश होने की संभावना है। इसमें बाढ़ की संभावना भी सम्मिलित रहती है।
ऑरेंज अलर्ट में मध्यम से किसी क्षेत्र में भारी बारिश (64-115 मिमी) के लिए चेतावनी जारी की जाती है। मौसम विभाग के ऑरेंज अलर्ट का मतलब है कि अब आप को खराब मौसम के लिए तैयार रहने की जरूरत है और इसके लिए आप जरूरी तैयारी कर लें।
वहीं रेड अलर्ट के लाल रंग से ही स्पष्ट है कि खतरा कुछ ज्यादा है। रेड अलर्ट में भारी नुकसान की संभावना रहती है। यह अलर्ट तब जारी किया जाता है जब कोई चक्रवात अधिक तीव्रता के साथ आने वाला होता है, या भारी बारिश (115 मिमी से ज्यादा ) की स्थिति में हवा की गति 130 किमी प्रति घंटा या इससे अधिक पहुंच जाने की संभावना है। रेड अलर्ट में उस क्षेत्र के प्रशासन को सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा जाता है।