न्यूज़ हेल्पलाइन - मुंबई, २७ सितम्बर, २०२१
भारत में कोरोना वायरस वैक्सीनेशन कार्यक्रम के तहत लोगों को तुरंत वैक्सीन लगे और लोगों तक वैक्सीन की पहुंच आसान हो सके इसके लिए केंद्र सरकार बहुत बड़ा कदम उठाने जा रही हैं। अब केंद्र सरकार द्वारा घर-घर जाकर लोगों का टीकाकरण करने की योजना बनाई है। जिसके तहत केंद्र सरकार ने घोषणा की है, देश में दिव्यांगों और चलने-फिरने में असमर्थ लोगों को उनके घर पर जाकर कोविड-19 का वैक्सीन लगाया जाएगा। केंद्र सरकार की इस घोषणा के बाद देश में टीकाकरण को गति मिलने की उम्मीद है।
डोर-टू-डोर किया जाएगा टीकाकरण -
देश में पहले से ही ग्रामीण और रिमोट एरिया में हेल्थ वर्कर्स घर-घर जाकर वैक्सीनेशन कर रहे हैं। इसी बीच हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या में भले ही गिरावट आ गयी है। लेकिन, अभी देश के कुछ हिस्सों में कोरोना वायरस के दूसरी लहर का असर बना हुआ है। मंत्रालय के अनुसार, सप्ताह भर पहले रिपोर्ट किए गए 62.73 प्रतिशत केसेस केवल केरल में ही है और यहां एक लाख से अधिक लोगों का इलाज भी चल रहा है।
66 प्रतिशत आबादी को मिला है एक डोज -
मंत्रालय के अनुसार, देश में वैक्सीनेशन अभियान के तहत 66 प्रतिशत आबादी को कोरोना वैक्सीन का एक डोज़ मिल चुका है जबकि 23 प्रतिशत लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। कोरोना वैक्सीन के 63.7 प्रतिशत टीके ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को लगाए गए हैं जबकि, 35.4 प्रतिशत टीके की शहरों में लगाए गए ।
इस वक्त देश में 3,01,000 सक्रिय मामले हैं। रिकवरी दर 97.8% है, यह दर लगातार बढ़ रही है। इस वक्त 1 लाख से ज्यादा कोविड सक्रिय मामले केरल में हैं, 40,000 से ज्यादा मामले महाराष्ट्र में है।