गुवाहाटी, 27 अगस्त (न्यूज़ हेल्पलाइन)
गुवाहाटी से करीब 200 किलोमीटर दूर असम के दीमा हसाओ जिले में गुरुवार रात दीमासा नेशनल लिबरेशन आर्मी (डीएनएलए) के संदिग्ध उग्रवादियों ने सात ट्रकों पर अंधाधुंध गोलीबारी कर उनमें आग लगा दी, जिसमें कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और एक घायल हो गया।
सुरक्षा प्रतिष्ठानों के सूत्रों के अनुसार, सीमेंट और कोयले के लिए कच्चे माल से लदा ट्रक उमरंगसु से लंका की ओर जा रहा था तभी वे रेंजरबील में लगभग 8.30 बजे अचानक उग्रवादियों के हमले की चपेट में आ गए। स्थानीय लोगों के अनुसार उग्रवादियों ने ट्रकों में आग लगाने से पहले स्वचालित हथियारों से गोलियां चलाईं।
स्थानीय लोगों से मिलीं जानकारी से पता चला कि हथियारबंद लोगों के एक समूह ने ट्रकों को रोका और उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। हमें इस हमले के पीछे उग्रवादी संगठन डीएनएलए की भूमिका होने का संदेह है।
इससे पहले मई में कार्बी आंगलोंग जिले के धनसिरी इलाके में एक मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने छह डीएनएलए उग्रवादियों को मार गिराया था।
बता दें, 2019 में गठित डीएनएलए दीमा हसाओ और कार्बी आंगलोंग जिलों के साथ-साथ पड़ोसी नागालैंड के कुछ हिस्सों में सक्रिय माना जाता है यह एक सशस्त्र आंदोलन के माध्यम से दिमासा समुदाय के लिए एक स्वतंत्र राष्ट्र की मांग कर रहा है।
मिलीं जानकारी के अनुसार पुलिस ने मौके से पांच शव बरामद किए है जिसके साथ गोला बारूद भी बरामद किए हैं जो स्वचालित राइफलों के इस्तेमाल की ओर इशारा करते हैं।
घटना के बाद प्रशासन पर दबाव है बताया जा रहा है की असम पुलिस और असम राइफल्स की संयुक्त टीम ने उग्रवादियों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है।
असम के तीन पहाड़ी जिलों में से एक दीमा हसाओ में 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 1 लाख 42 हज़ार 413 की सामुदायिक आबादी के साथ दीमा हसाओ में राज्य की एक स्वदेशी जनजाति दिमास की बड़ी तादाद है।
यह ज़िला कभी उग्रवाद का केंद्र रहा है जहां पिछले कुछ वर्षों से शांति का माहौल था लेकिन इस घटनाक्रम के बाद से लोगों में भय का माहौल है और प्रशासन की भी नींद उड़ गई है।