चंडीगढ़, 12 जून 2021 पंजाब विधानसभा के चुनाव भले ही अगले साल 2022 में होने वाले हैं, मगर राजनीतिक दलों ने अभी से ही इसके लिए तैयारियां करनी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में आज प्रकाश सिंह बादल के शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने मायावती के राजनीतिक दल बहुजन समाजवादी पार्टी (BSP) से गठबंधन करने की घोषणा कर दी और लगे हाथों कॉल करके मायावती को पंजाब आने का निमंत्रण भी दे दिया।
शिरोमणि अकाली दल (SAD) के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल ने बसपा प्रमुख मायावती से फोन पर बात की और SAD-BSP गठबंधन पर बधाई दी। बधाई देने के बाद प्रकाश सिंह बादल ने मायावती को कहा “हम आपको जल्द ही पंजाब आने का न्योता देंगे”
SAD के न्योते का जवाब BSP प्रमुख मायावती ने अपने ट्वीट के जरिए दी और कहा, “वैसे तो पंजाब में समाज का हर तबक़ा कांग्रेस पार्टी के शासन में व्याप्त गरीबी, भ्रष्टाचार व बेरोजगारी आदि से जूझ रहा है, लेकिन इसकी सबसे ज्यादा मार दलितों, किसानों, युवाओं व महिलाओं पर पड़ रही है, जिससे मुक्ति पाने के लिए हमे अपने इस गटबन्धन को कामयाब बनाना बहुत जरूरी है।“
मायावती अपने अगले ट्वीट में गठबंधन पर मोहर लगाते हुए कहती हैं, “पंजाब की समस्त जनता से पुरज़ोर अपील है कि वे अकाली दल व बी.एस.पी. के बीच आज हुए इस ऐतिहासिक गठबन्धन को अपना पूर्ण समर्थन देते हुए साल 2022 के प्रारम्भ में ही होने वाले विधानसभा आमचुनाव में इस गठबन्धन की सरकार बनवाने में अभी से ही पूरे जी-जान से जुट जाए। पंजाब में आज शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी द्वारा घोषित गठबंधन यह एक नया राजनीतिक व सामाजिक पहल है, जो निश्चय ही राज्य में जनता के बहु-प्रतीक्षित विकास, प्रगति व खुशहाली के नए युग की शुरूआत करेगा। इस ऐतिहासिक कदम के लिए लोगों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।”
विदित हो की पंजाब के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए SAD और BSP ने गठबंधन की घोषणा भले ही आज की हो मगर उनके हाल के बयानों को देखते हुए लगता है जैसे बातचीत विगत कई दिनों से जारी थी। इसका प्रमाण यह है कि BSP सुप्रीमो मायावती ने अपने 4 जून के बयान में ही पंजाब सरकार को वैक्सीन घोटाले के लिए आड़े हाथों लिया था और केंद्र सरकार से कड़ी कार्रवाई करने की अपील की थी।
वैसे ही SAD के नेता सुखबीर सिंह बादल ने भी वैक्सीन घोटाले का पर्दाफास करते ही यह घोषणा कर दी थी कि वह आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव में भाजपा, आम आदमी पार्टी और काँग्रेस छोड़ कर किसी अन्य दल से गठबंधन करने को तैयार हैं। जो भी हो SAD-BSP गठबंधन पंजाब के विधानसभा में एक निर्णायक भूमिका निभाएंगे, ऐसा प्रतीत हो रहा है।