बेंगलुरु, 18 मार्च (न्यूज़ हेल्पलाइन) हिजाब विवाद (hijab controversy) के कारण शिक्षा संस्थानों में मुस्लिम संगठनों और छात्रों का विरोध झेल रही कर्नाटक सरकार (Karnataka Government) ने अब स्कूलों में मोरल साइंस (Moral Science) की पढ़ाई करवाने की तैयारी में है, जिसके तहत कर्नाटक के स्कूलों में रामायण, महाभारत, गीता आदि की शिक्षा दी जाने की तैयारी की जा रही है। इस बारे में कर्नाटक के बीसी नागेश (BC Nagesh) ने अपने विचार रखें।
कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश (BC Nagesh) ने एक इंटरव्यू में कहा कि हमने स्कूलों में मोरल साइंस की पढ़ाई की है। किसी तरह इसे सालों से छोड़ दिया गया है। कई माता-पिता महसूस करते हैं कि इसे पेश किया जाना चाहिए। फिलहाल हमने इसके बारे में नहीं सोचा है। लेकिन हम भविष्य में परिचय देना चाहते हैं। नैतिक विज्ञान में विषय शैक्षिक विशेषज्ञों द्वारा तय किया जाएगा।
कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश (BC Nagesh) ने आगे कहा कि हम अपने सीएम (Basavaraj Bommai) से बात करने जा रहे हैं कि क्या हम नैतिक विज्ञान की शुरुआत करने जा रहे हैं, उनसे परामर्श करके हम इसे अगले शैक्षणिक वर्ष में पेश करना चाहते हैं। बच्चों पर जो प्रभाव डालता है, उसे पेश किया जाएगा-चाहे वह भगवद गीता, रामायण और महाभारत हो।
कर्नाटक शिक्षा मंत्री (BC Nagesh) ने आगे कहा कि भगवद गीता केवल हिंदुओं के लिए नहीं है, यह सभी के लिए है। जानकारों की मानें तो इसे जरूर पेश किया जाएगा- इस साल से नहीं बल्कि अगले साल से। हमें तय करना है कि नैतिक विज्ञान को पेश करना है या नहीं।