नई दिल्ली, 30 नवंबर (न्यूज़ हेल्पलाइन) राजयसभा के सभापति व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने आज मंगलवार 30 नवम्बर को 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने के अनुरोध को किया खारिज कर दिया। 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने के अनुरोध को खारिज करते हुए राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि इस तरह के आश्वासन से मुझे मामले को ठीक से संभालने में मदद मिलती लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं होगा।
बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की उपस्थिति में शीतकालीन सत्र के शेष भाग के लिए राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन के बाद भविष्य की रणनीति पर चर्चा करने के लिए विपक्षी दल संसद में बैठक हुई थी। तो दूसरी तरफ आज सुबह दिल्ली में सदन के 12 विपक्षी सदस्यों के निलंबन को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद में राज्यसभा में एलओपी मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में बैठक की। बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा के लिए विपक्षी दल आज बैठक कर रहे हैं। माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता।
एलओपी मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कि कहा हम आपके कार्यालय में 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने का अनुरोध करने आए थे। घटना पिछले मानसून सत्र की है। तो, अब आप यह निर्णय कैसे ले सकते हैं।
राज्यसभा में एलओपी मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा कि सांसदों को सदन के नियमों के खिलाफ निलंबित कर दिया गया। यह कार्रवाई 12 सांसदों के निलंबन पर राज्यसभा में विपक्षी एलओपी की आवाज का गला घोंटने जैसा है। बैठक के बाद मौजूदा सत्र के शेष भाग के लिए राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी दल राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से मिलने जाने की घोषणा की थी।
वहीँ, 12 निलंबित सांसदों में से एक भाकपा सांसद बिनॉय विश्वम ने कहा कि हमने आत्मनिर्भर भारत के लिए बैंक के निजीकरण के मुद्दे पर लड़ाई लड़ी है, हम माफी नहीं मांगेंगे।