बीरभूम (पश्चिम बंगाल) 24 मार्च (न्यूज़ हेल्पलाइन) विगत सोमवार को पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में हुई हिंसा (Birbhum Violence) में 10 लोगों की जलने से मौत हो गई थी। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट के तृणमूल नियंत्रित गांव में पंचायत के उप प्रमुख भादू शेख की हत्या के तुरंत बाद दो बच्चों सहित 10 लोगों की जलकर मौत हो गई।
सूत्रों के अनुसार रामपुरहाट कस्बे के बाहरी इलाके में स्थित गांव के करीब दस घरों में अज्ञात बदमाशों ने बम फेंके क्योंकि परिवार गहरी नींद में थे। आग की घटना जिसमें 10 लोगों की मौत हुई है, को टीएमसी नेता की हत्या का प्रतिशोध बताया गया है। इस घटना (Birbhum Violence) के बाद से इलाके से लगातार पलायन भी हो रहा है। कई स्थानीय लोग इलाके में सुरक्षा न मिलने की बात कह रहे हैं। हालांकि घटना के चार दिन बाद भी मौतों की संख्या पर असमंजस है।
घटना (Birbhum Violence) के चार दिन बाद जब पश्चिम बंगाल (West Bengal) की ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) सरकार के सुस्त रवैये और नियत पर पूरे देश में प्रश्न उठने लगे हैं,तब आज दोपहर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीरभूम जिले के रामपुरहाट के बगतुई गांव जाकर हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की।
इसके साथ ही पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (
Mamata Banerjee) ने बीरभूम हिंसा (
Birbhum Violence) में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए का चेक सौंपा। इसके अलावे प्रभावित घरों के पुनर्निर्माण के लिए 2 लाख रुपए की वित्तीय सहायता भी देने का वादा किया। इसके साथ ही उन्होंने घोषणा की कि आग में मरने वाले 10 लोगों के परिवारों को नौकरी और 5 लाख रुपए दिए जाएंगे।