नई दिल्ली, 26 जुलाई 2021 आज 26 जुलाई है। आज से 22 साल पहले आज ही के दिन भारतीय जांबाज सिपाहियों ने कारगिल की ऊंची चोटियों से पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ा था। इसी उपलक्ष्य में हर साल 26 जुलाई के तारीख को पूरे देश में कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में दिल्ली से लेकर कारगिल तक कई समारोहों आयोजित किए जा रहे हैं।
वैसे तो कारगिल विजय दिवस के सेलिब्रेशन की शुरुआत आज से कई दिवस पहले ही प्रारंभ हो गई थी, जिसके तहत सेना ने 22 जुलाई को ‘ध्रुव कारगिल राइड' नाम से एक बाइक रैली का आयोजन किया था। उसके बाद कारगिल विजय दिवस के मुख्य समारोहों के तहत 23 जुलाई से लद्दाख और कारगिल क्षेत्र में कई समारोह आयोजित किये जा रहे हैं।
आज सोमवार 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में सर्वप्रथम रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके बाद दिल्ली में ही थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, नौसेना के वाइस चीफ वाइस एडमिरल जी अशोक कुमार और सीआईएससी वाइस एडमिरल अतुल जैन ने भी कारगिल विजय दिवस के अवसर पर दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
आज दोपहर कारगिल विजय दिवस की 22वीं सालगिरह के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कारगिल का दौरा करने वाले हैं। राष्ट्रपति के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के भी रहने की संभावना है। कारगिल के द्रास सेक्टर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे और मुख्य समारोह में भाग लेंगे। राष्ट्रपति के दौरे की तैयारियों का जायज लेने के लिए बिपिन रावत ने कल कारगिल क्षेत्र का दौरा भी किया था।