लखनऊ, 02 मई । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रदेश के व्यापारियों के साथ एक वर्चुअल बैठक में कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए और कड़े कदम उठाने पड़ सकते हैं। इसके लिए व्यापारियों के साथ सम्पूर्ण प्रदेशवासियों के सहयोग की जरूरत पड़ेगी।
उन्होंने एक दवा व्यापारी के सवाल पर आश्वस्त किया कि दवा को ले जाने व लाने में पुलिस अड़चन नहीं बल्कि सहयोग की भूमिका में रहेगी। अगर किसी भी प्रकार की कोई भी दिक्कत आती है तो जिला प्रशासन, हेल्पलाइन नम्बर के साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय को भी सूचना दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोरोना की पहली लहर में उत्तर प्रदेश में अधिकतम दैनिक 60 हजार एक्टिव केस थे जो कि अब दूसरी लहर में तीन लाख तक पहुंच चुके हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए प्रदेश में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बनाने के लिए सरकार व्यापारियों की हर संभव मदद करेगी।
साथ ही उन्होंने कहा कि आवश्यक सेवाओं से सम्बंधित आवागमन में पुलिस द्वारा न तो कोई बाधा उत्पन्न की जाएगी और न ही कोई उत्पीड़नात्मक कार्रवाई होगी, इस बात के शासनादेश जारी कर दिए गए हैं। यदि किसी प्रकार की कोई अनियमितता हो तो जिला प्रशासन के साथ ही साथ मुख्यमंत्री कार्यालय को भी सूचना दी जा सकती है जिसका तत्काल संज्ञान लिया जाएगा।
उन्होंने व्यापारियों का आह्वान किया कि वे अधिक से अधिक जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराएं और सरकार की व्यापारी बीमा योजना का लाभ लें, जिसके तहत 500 व्यापारियों को बीमा का लाभ अब तक दिया जा चुका है। उन्होंने कहा प्रदेश में व्यापारियों की संख्या पहले 7 लाख थी जो अब 16 लाख तक पहुंच चुकी है।
उन्होंने कहा कि सभी व्यापारिक कोरोना कालखंड में प्रदेश सरकार के आग्रह को स्वीकार किया है। कहाकि यह वास्तव में एक सामान्य वायरस नहीं बल्कि महामारी है। कहाकि दूसरी लहर ने सभी आंकड़ों को पीछे धकेला है। संक्रमण बहुत तीव्र है, लगभग 30 से 50 गुना अधिक संक्रमण रोज होने के कारण आज हमारे पास एक्टिव केस इस समय दो लाख 90 हजार से अधिक हैं, यानी यह आंकड़े हमारे लगभग तीन लाख आठ हजार तक पहुंच गए हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जब 2 मार्च, 2020 को प्रदेश के अंदर पहला कोरोना का मामला आया था, उस समय प्रदेश के अंदर टेस्टिंग की कोई सुविधा नहीं थी, आगरा के उन व्यापारी बंधुओं को टेस्ट के लिए उनके सैंपल बाहर भेजने पड़े थे, आज हमारे पास पर्याप्त मात्रा में टेस्टिंग सुविधा है।
उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में सिर्फ पिछले 24 घंटे के अंदर प्रदेश दो लाख, 92 हजार टेस्ट हुए हैं। केंद्र सरकार तथा विभिन्न संगठनों के सहयोग से आज प्रदेश सरकार पर्याप्त मात्रा में टेस्ट की सुविधा उपलब्ध कराने में सफल हुई है और उसका परिणाम है कि आज प्रदेश में टेस्ट सर्वाधिक हो रहा है। बेड की संख्या लगातार बढ़ायी जा रही है, आक्सीजन की आपूर्ति में भी काफी सफलता मिली है।
उन्होंने कहा कि जब मार्च 2017 में प्रदेश के अंदर हमारी सरकार आई थी तो प्रदेश के अंदर हर दूसरे दिन दंगे होते थे, अपराधियों का बोलबाला था, कोई व्यक्ति अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा था। हमारी सरकार ने काफी हद तक अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने में सफल हुई है।
इस बैठक में उनके साथ वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, व्यापारी आयोग के अध्यक्ष रविकांत गर्ग, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति व जीएसटी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस वर्चुअल बैठक में प्रदेश के प्रमुख व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों के रूप में क़रीब 200 पैनलिस्ट व 5000 से ज़्यादा व्यापारी मौजूद थे।