मुंबई, 3 जून 2021 - भारत में कोरोना की दूसरी लहर अब माध्यम पड़ने लगी है, हालांकि तीसरी लहर की आशंकाओं के मद्देनजर और बंद पड़े गांव-शहरों को खोलने लिए सभी सरकारे प्रयासरत हैं। इसी कड़ी में महाराष्ट्र सरकार ने एक अभियान की शुरुआत की है, जिसका नाम ‘कोरोना मुक्त विलेज’ रखा गया है।
इस अभियान को और रोचक बनाने के लिए राज्य सरकार ने इसे प्रतियोगिता का रूप दिया है और इनामी राशि भी 50 लाख रुपए तक रखी गई है। इस प्रतियोगिता के तहत प्रथम आने वाले ग्राम पंचायत को 50 लाख, सेकेंड आने वाले को 25 लाख और थर्ड आने वाले को 15 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। उत्कृष्ट कार्य करने वाले गांवों को अतिरिक्त फंड भी मुहैया कराया जाएगा।
महाराष्ट्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री हासन मुशरीफ़ ने इस ‘कोरोना मुक्त विलेज’ प्रतियोगिता के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि यह इस प्रतियोगिता का आयोजन कोरोना के विस्तार को ग्रामीण क्षेत्रों में सीमित करने के उद्देश्य से किया गया है। जो ग्राम पंचायत कोविड-19 के विस्तार को रोकने के लिए जितना अच्छा मैनेजमेंट करेगी और सफलता प्राप्त करेगी उसके अनुरूप ही उनका स्थान तय होगा। इसके लिए कुल 22 मानदंड निर्धारित किया गया है। इसको राज्य के अलग-अलग राजस्व मंडलों में अलग-अलग आयोजित किया जाएगा। ज्ञात हो कि राज्य में कुल 6 मंडल हैं। इस तरह राज्य के कुल 18 गांव इस प्रतियोगिता के विजेता बन सकते हैं।
ज्ञात हो कि ऐसे ही एक अभियान की शुरुआत कुछ दिन पूर्व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की थी। इसके तहत उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में ‘मेरा गांव कोरोना मुक्त गांव’ और शहरी क्षेत्रों में ‘मेरा वार्ड कोरोना मुक्त वार्ड’ अभियान की शुरुआत करने का निर्देश दिया था। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस अभियान के विजेताओं के लिए इनामी राशि भी रखी है। इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ ने यह भी घोषणा की थी कि जो गांव और वार्ड इस अभियान में सफल होंगे उन्हें इनामी राशि के साथ विकास कार्यों के लिए अतिरिक्त धनराशि भी मुहैया कराई जाएगी
विदित हो कि उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र दोनों ही राज्यों में चलने वाली यह प्रतियोगिता ‘मेरा गांव कोरोना मुक्त गांव’ अभियान के तहत ही आयोजित किया जा रहा है।