नई दिल्ली, 19 अक्टूबर ( न्यूज हेल्पलाइन ) प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ईद मिलाद-उन-नबी के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं।पूरे देश में पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद के रूप में सेलिब्रेट किया जा रहा है। ईद-ए-मिलाद 29 अक्टूबर की शाम से लेकर 30 अक्टूबर की शाम तक मनाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट करके कहा, 'मिलाद-उन-नबी की शुभकामनाएं. आशा है कि सभी में करुणा और भाईचारा कायम रहे।सब लोग स्वस्थ और प्रसन्न रहें. ईद मुबारक!'
इस साल ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, उत्सव 18 अक्टूबर की शाम से शुरू हुआ और 19 अक्टूबर की शाम तक चलेगा।इस्लामी चंद्र कैलेंडर के मुताबिक, भारत में 19 अक्टूबर से रबी-उल-अव्वल का महीना शुरू हो चुका है।भारत समेत पाकिस्तान और बांग्लादेश में 30 अक्टूबर यानी आज ईद मिलाद उन नबी की दावत होगी। पैगंबर मोहम्मद साहब की याद में इस दिन समुदाय के लोग जुलूस निकालते हैं, लेकिन इस साल कोरोना के चलते ऐसा होना मुश्किल है।
ईद मिलाद-उन-नबी के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक पैगंबर के जीवन, उनकी शिक्षाओं, कष्टों और उनके चरित्र का जश्न मनाना है, क्योंकि उन्होंने अपने दुश्मनों को भी माफ कर दिया था। मुसलमान इस अवसर को नए कपड़े पहनकर, नमाज़ अदा करके और उपहारों का आदान-प्रदान करके मनाते हैं।
पैगंबर मोहम्मद का जन्म अरब के रेगिस्तान के शहर मक्का में 571 ईस्वी में 12 तारीख को हुआ था। पैगंबर साहब के जन्म से पहले ही उनके पिता का निधन हो चुका था। जब वह 6 वर्ष के थे तो उनकी मां की भी मृत्यु हो गई।मां के निधन के बाद पैगंबर मोहम्मद अपने चाचा अबू तालिब और दादा अबू मुतालिब के साथ रहने लगे।