नई दिल्ली , 25 दिसंबर ( न्यूज हेल्पलाइन ) पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में 'सदैव अटल' समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल और अन्य ने भी इस अवसर पर 'सदैव अटल' पर पुष्पांजलि अर्पित की।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी जयंती पर याद करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें शनिवार को नमन किया। इसके साथ ही उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आदरणीय अटल जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन। हम राष्ट्र के लिए उनकी समृद्ध सेवा से प्रेरित हैं। उन्होंने भारत को मजबूत और विकसित बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनकी विकास पहल ने लाखों भारतीयों को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया।'सुशासन दिवस' के रूप में मनाया जाता पूर्व पीएम का जन्म दिन।
प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानी और शिक्षाविद् पंडित मदन मोहन मालवीय को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि भी दी। उन्होंने ट्वीट किया, महान स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद् और समाज सुधारक महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी जयंती पर याद किया किया। उन्होंने ट्वीट किया, 'मां भारती का परम वैभव लौटाने को जीवन का ध्येय बनाकर अटल जी ने अपने अडिग सिद्धांतों व अद्भुत कर्तव्यनिष्ठा से देश में अंत्योदय व सुशासन की कल्पना को चरितार्थ कर भारतीय राजनीति को नई दिशा दी।ऐसे अद्वितीय राष्ट्रभक्त अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें चरणवंदन।'
इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यान ने भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी।सीएम योगी ने ट्वीट किया कि भारतीय लोकतंत्र की उत्कृष्ट परंपराओं के प्रबल संवाहक, युगद्रष्टा, ओजस्वी वक्ता, महान राजनेता, बीजेपी के पितृ पुरुष, 'भारत रत्न' श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी जयंती पर सादर नमन। आपका ऋषि तुल्य जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा-दीप है।
अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन को 'सुशासन दिवस' के रूप में मनाया जाता है। 1998-2004 तक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार का नेतृत्व करने वाले वाजपेयी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पहले नेता थे, जो देश के प्रधानमंत्री बने। उन्होंने तीन बार 1996 में संक्षेप में, और फिर 1998 और 2004 के बीच दो कार्यकालों के लिए प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया।
देश के प्रमुख नेताओं में से एक और भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक, वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद 16 अगस्त, 2018 को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वह 93 वर्ष के थे। दिवंगत नेता को 2015 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। उन्हें 1994 में सर्वश्रेष्ठ सांसद के लिए पं गोविंद बल्लभ पंत पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।