नई दिल्ली, 2 जून (न्यूज़ हेल्पलाइन)
देश के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए, पत्रकार-सह-राजनेता स्वपन दासगुप्ता को एक 'स्वतंत्र' राज्यसभा सांसद के रूप में नामित किया है। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के उम्मीदवार रहे स्वपन दासगुप्ता ने ढाई महीने बाद भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में इस्तीफ़ा दे दिया।
65 वर्षीय नेता को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा में एक विशेष दर्जा प्राप्त है। दासगुप्ता को अप्रैल 2016 में राज्यसभा के लिए नामित किया गया था। 14 मार्च को, उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल में तारकेश्वर विधानसभा क्षेत्र से अपने उम्मीदवार के रूप में नामित किया था। वह तृणमूल कांग्रेस के रामेंदु सिंहराय से चुनाव हार गए थे।
राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी अधिसूचना में लिखा गया है की, "भारत के संविधान के अनुच्छेद 80 के खंड (एल) के उप-खंड (ए) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, उस लेख के खंड (3) के साथ पढ़ा गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद स्वपन दासगुप्ता को फिर से नामित करते हुए प्रसन्न हैं, उन्होंने राज्य सभा में स्वपन दासगुप्ता के इस्तीफ़े के कारण ख़ाली जगह को फिर से भरने के लिए उनके 24 अप्रेल 2022 तक के शेष कार्यकाल के लिए फिर से नामित किया गया है।”
बता दें, सोमवार को जारी एक अधिसूचना में यह सार्वजनिक किया गया कि दासगुप्ता को राष्ट्रपति द्वारा उनके इस्तीफे के कारण खाली हुई सीट को भरने के लिए फिर से नामित किया गया है। दासगुप्ता का कार्यकाल 24 अप्रैल, 2022 को समाप्त होने वाला था।