नई दिल्ली , 28 अगस्त ( न्यूज हेल्पलाइन)
कांग्रेस के प्रभारी महाससचिव हरीश रावत ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के बाद राहुल गांधी से मुलाकात की है।पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच चल रही सियासी जंग को लेकर मुलाकात हुई है,इस मुलाकात के बाद पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने कहा-''मैंने उन्हें पंजाब की स्थिति की जानकारी दी, जिसकी जानकारी मैं पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष को दे चुका हूं।हम सब लोग चुनाव के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।
राहुल गांधी से मुलाकात से पहले रावत ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी।इसके बाद हरीश रावत ने कहा- मैंने अपनी बात उनके (सोनिया गांधी) सामने रख दी है, उनके मार्गदर्शन का अनुसरण होगा। बीजेपी अपना घर देखे, हम अपना घर संभालने के लिए सक्षम है।
खबरें आई थी कि, हरीश रावत अपने गृहराज्य उत्तराखंड जाना चाहते हैं, तो उन्होंने इस पर सफाई देते हुए कहा- मैंने अपने पंजाब के दोस्तों से मजाक में कहा था कि मैं सोच रहा था कि अब उत्तराखंड पर ध्यान दूंगा और तुमने मेरी नौकरी का समय और बढ़ा दिया है। मुझे जब तक काम करने के लिए कहा जाएगा मैं काम करता रहूंगा।
बता दें कि पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की निर्णय लेने की आजादी दिए जाने संबंधी मांग पर शुक्रवार को कहा कि वह कांग्रेस के मापदंडों और संविधान के दायरे में रहकर फैसले करने के लिए स्वतंत्र हैं। इससे पहले सिद्धू ने पार्टी नेतृत्व से कहा था कि उन्हें फैसले लेने की आजादी दी जाए, नहीं तो वह मुंहतोड़ जवाब देंगे सिद्धू के बयान के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि अगर राज्य इकाई के प्रमुख फैसले नहीं करेंगे तो कौन करेगा।
कांग्रेस ने अपनी पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की निर्णय लेने की आजादी दिए जाने संबंधी मांग पर शुक्रवार को कहा कि वह कांग्रेस के मापदंडों और संविधान के दायरे में रहकर फैसले करने के लिए स्वतंत्र हैं। पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि अगर राज्य इकाई के प्रमुख फैसले नहीं करेंगे तो कौन करेगा।सिद्धू ने गुरुवार को कहा था कि कांग्रेस आलाकमान को उन्हें फैसले करने की आजादी देनी चाहिए और वह सुनिश्चित करेंगे कि कांग्रेस राज्य की सत्ता में अगले 20 साल बनी रहे।