शिमला, 12 जुलाई 2021 हिमालय की गोद में बसे राज्य हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में आज सुबह से हो रही भारी बारिश में कई मकान, दुकान और सड़कें बह गईं। कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है। मैक्लोडगंज में कल रविवार को बादल फटने से शुरू हुए इस जल त्रासदी ने लोगों के जनजीवन को भारी नुकसान पहुचाया है। 130 से लेकर 160 मिमी के तेज बारिश के बाद हिमाचल के की क्षेत्रों में भारी तबाही मच गई है।
हालांकि इस तबाही में अभी तक किसी के जान जाने की खबर नहीं है, मगर तबाही का आलं ऐसा है कि राज्य के बहुत से हिस्सों का जनजीवन एकदम से थम गया है। आज सुबह से हो रही तेज बारिश ने ऐसी तबाही मचाई कि राज्य के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को देश के गृह मंत्री अमित शाह से बात करनी पड़ गई। अमित शाह ने भी सहयोग का वादा करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश से आयी प्राकृतिक आपदा के संबंध में मैंने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर जी से बात की है। राहत कार्यों के लिए NDRF की टीमें शीघ्र वहाँ पहुँच रही हैं। गृह मंत्रालय स्थिति को निरंतर मॉनिटर कर रहा है। केंद्र की ओर से हिमाचल को हर संभव मदद दी जाएगी।
हिमाचल प्रदेश में आज आए मूसलाधार बारिश ने लोगों के जीवन को बड़े स्तर पर प्रभावित किया है। इसके बारे में जानकारी देते हुए हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा, “धर्मशाला में आई बाढ़ में अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सभी उपायुक्तों और एसपी को सतर्क रहने और पर्यटन स्थलों का नियमन करते रहने का आदेश दिया गया है। मैं सभी पर्यटकों से उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में जाने से बचने की अपील करता हूं।”
वहीं राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) के डीजी एसएन प्रधान ने स्थिति के बारे में कहा कि कांगड़ा के जिलाधिकारी की रिपोर्ट के बाद कि मदद की जरूरत है, एनडीआरएफ की 2 टीमें शाहपुर संभाग के भागसू नाग के लिए रवाना हुईं। और टीम पहुंचने वाली है। कांगड़ा के नजदीक नूरपुर में एनडीआरएफ की 5-10 टीमें स्टैंडबाय पर हैं। स्थानीय प्रशासन की आवश्यकताओं के अनुसार एनडीआरएफ की और टीमें वहां भेजी जाएगी।