पटना, 25 सितंबर (न्यूज़ हेल्पलाइन)
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में शुक्रवार को भूमि अतिक्रमण के कई मामलों का खुलासा करने वाले एक आरटीआई कार्यकर्ता की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
मिलीं जानकारी के अनुसार हमलावरों ने 46 वर्षीय आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल जब स्थानीय प्रखंड कार्यालय से घर लौट रहे थे तभी उनपर कई राउंड गोलियां चली।
“स्थानीय लोगों ने उन्हें सड़क पर खून से लथपथ पड़ा देखा। जब उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) ले जाया गया वहाँ से उन्हें मोतिहारी के सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया जहां पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रहीं है।
पूर्वी चंपारण के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जांच और हमलावरों को गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया गया है।
बताया जा रहा है की आरटीआई कार्यकर्ता को चार गोलियां लगी हैं। विपिन के परिवार के लोगों का कहना है कि 2009 से आरटीआई कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे अग्रवाल पर पिछले साल भी हमला किया गया था और उन्होंने सुरक्षा की मांग करते हुए पुलिस से संपर्क किया था।
विपिन के परिवार वालों ने आरोप लगाते हुए बताया कि 16 फरवरी, 2020 को बदमाशों ने हमारे घर पर हमला किया और तोड़फोड़ की और विपिन पत्नी को दिन के उजाले में सड़क पर घसीटा गया। उन्होंने बताया कि मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
बता दें, आरटीआई कार्यकर्ता के रूप में विपिन ने हर्षडीह क्षेत्र में करोड़ों की आठ एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा का पर्दाफाश किया था। विपिन के पिता ने आरोप लगाया उन पर पहले भी हमले किए गए। मृतक के पिता विजय अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में अरेराज की अनुमंडल अदालत में लगभग 100 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।