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वरिष्ठ पत्रकार सुकांत नागार्जुन का निधन, मुख्यमंत्री ने जतायी संवेदना

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Posted On:Friday, April 30, 2021

पटना, 30 अप्रैल ।बाबा नागार्जुन के बेटे और वरिष्ठ पत्रकार सुकांत नागार्जुन का पटना के राजीव नगर स्थित आवास पर आज दोपहर निधन हो गया। 
परिजनों के मुताबिक उनका ऑक्सीजन लेवल कम हो गया था। उन्हें अस्पताल ले जाने की तैयारी हो रही थी। इस बीच उनका निधन हो गया। उनके दो पुत्र और भरा पूरा परिवार है। एक पुत्र दिल्ली में पत्रकार है और दूसरे  पुत्र बेंगलुरु में रहते हैं। सभी पटना आ गए हैं।

वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण बागी ने बातचीत में बताया कि करीब दो साल पहले उनका कैंसर का ऑपरेशन हुआ था। उन्होंने हिन्दुस्थान समाचार न्यूज एजेंसी से पत्रकारिता शुरू की थी और  हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुर  के संपादक पद से सेवानिवृत हुए थे। इस बीच राजस्थान पत्रिका, सन्मार्ग,  नवभारत टाइम्स आदि अखबारों में महत्वपूर्ण पद पर काम किया था। खराब स्वास्थ्य के बाद भी वे  जीवन के अंतिम दिनों तक विभिन्न अखबारों के लिए कॉलम लिखते रहे। वे प्रखर राजनीतिक समीक्षक थे। टीवी डिबेटों में उनके दो टूक बोलने के स्टाइल को लोग खूब पसंद करते थे। सुकान्त सोम के नाम से वे कविताएं भी लिखते थे। 
दिवंगत सुकान्त नागार्जुन के साथ काम करने वाले वरिष्ठ पत्रकार अरुण पाण्डेय ने बताया कि सम्पादक के पदों पर रहने के बावजूद भी वे एक पत्रकार ही सब दिन बने रहे। कभी भी उन्होंने अपने आपको एक सम्पादक की हैसियत से स्वंय को नहीं देखा। सुकांत नागार्जुन अपने अधीनस्थ काम करने वाले पत्रकारों से ज्यादा अपडेट रहते थे। उन्होंने कभी भी सत्ता सम्पोषित खबरों को तव्वजों नहीं दिया, जो सच है उसको पूरी निर्भिकता के साथ लिखा।

अरुण पाण्डेय ने अपने व्यक्तिगत अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि तीस साल का हमारा और उनका संबंध था। विपरीत से विपरीत परिस्थिति में भी उन्होंने कभी किसी से स्वयं की मदद के लिए नहीं कहा। उन्होंने बाबा नागार्जुन की प्रतिष्ठा को अछुण्य बनाए रखा। वे आउट ऑफ वे जाकर लोगों की मदद करते थे। उन्होंने कहा कि एक बार तो वे राजकमल प्रकाशन में नौकरी के लिए भी गए थे।
सीएम नीतीश ने संवेदना व्यक्त की

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वरिष्ठ पत्रकार सुकांत नागार्जुन की कोरोना संक्रमण से हुई मौत पर शोक और गहरी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि वे ख्याति प्राप्त पत्रकार थे। उन्होंने कई समाचार पत्रों का संपादन किया। वे महान कवि बाबा नागार्जु के पुत्र थे। सुकांत नागार्जुन के निधन से पत्रकारिता जगत में अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।


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