आइज़ोल, 1 मार्च (न्यूज़ हेल्पलाइन) मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने मंगलवार को कहा कि पड़ोसी देश में सैन्य तख्तापलट के बाद म्यांमार के 24 हज़ार 200 से अधिक नागरिकों ने मिज़ोरम में शरण ली है।
मुख्यमंत्री ने राज्य विधानसभा को सूचित करते हुए कहा, "12 फरवरी को सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार मिजोरम में 24 हज़ार 289 म्यांमार शरणार्थी शरण ले चुके है।"
उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश विशेषकर चिन राज्य में नए सिरे से संघर्ष के कारण हाल ही में राज्य में भागने वाले म्यांमार नागरिकों की संख्या में वृद्धि हुई है। म्यांमार के नागरिकों की संख्या में लगभग हर दिन नए प्रवेशकों के साथ उतार-चढ़ाव हो रहा है और क्योंकि कुछ शरणार्थी अपने गांवों में लौट आए और अपने आप वापस आ गए।
ज़ोरमथांगा ने विधानसभा को यह भी बताया कि म्यांमार को राज्य सरकार, गैर सरकारी संगठनों, चर्चों, छात्र निकायों और गांव के अधिकारियों द्वारा मानवीय आधार पर भोजन, आश्रय और अन्य सहायता प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने केंद्र से विस्थापित म्यांमार नागरिकों की मदद करने का आग्रह किया है लेकिन केंद्र सरकार के लिए सीधे उनकी मदद करना संभव नहीं था क्योंकि भारत शरणार्थियों और उसके चार्टर पर संयुक्त राष्ट्र के समझौते का हस्ताक्षरकर्ता नहीं है।
ज़ोरमथांगा ने कहा, "केंद्र हमारी सहायता करता है और बदले में हम म्यांमार के नागरिकों की मदद करते हैं।" उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य को और सहायता मांगी है ताकि वह म्यांमार के नागरिकों को सहायता प्रदान कर सके। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास कर रही है कि विस्थापित म्यांमार नागरिकों को समस्याओं का सामना न करना पड़े।
इस बीच, राज्य के गृह मंत्री लालचमलियाना ने राज्य विधायिका को सूचित किया कि राज्य सरकार ने म्यांमार से विस्थापित लोगों को सहायता के प्रावधान के लिए 3 करोड़ 80 लाख रुपये जारी किए हैं।
गृह मंत्री ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, "इस धन का उपयोग राहत शिविरों के निर्माण, भोजन, पेयजल और कपड़ों के प्रावधान, विद्युतीकरण, चिकित्सा सहायता और स्वच्छता सुविधाओं के लिए किया जा रहा है।"
उन्होंने कहा कि विस्थापित म्यांमार के नागरिकों ने राज्य भर के सभी 11 जिलों में शरण ली है, जिसमें सियाहा जिले में सबसे अधिक 8,381 आवास हैं, इसके बाद चम्फाई (5,925) और लवंगतलाई जिले (5,409) हैं।
असम की सीमा से लगे राज्य के उत्तरी भाग में कोलासिब जिले की संख्या सबसे कम 135 है। गृह मंत्री ने कहा कि 12 फरवरी को सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार 499 म्यांमार के नागरिक आइजोल जिले में शरण ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में 143 राहत शिविर बनाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि म्यांमार के कुल 24,289 नागरिकों में से 9,033 राहत शिविरों में रह चुके हैं, जबकि 15,256 राहत शिविरों के बाहर रहते हैं।
बता दें, मिजोरम म्यांमार के साथ 510 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है। म्यांमार की सेना द्वारा 1 फरवरी को सत्ता पर कब्जा करने के बाद पिछले साल फरवरी के अंत में म्यांमार से लोगों की आमद शुरू हुई थी।मिजोरम में शरण लेने वाले म्यांमार के नागरिक ज्यादातर चिन राज्य से हैं जो मिज़ो के साथ जातीय संबंध साझा करते हैं।