श्रीनगर, 7 सितंबर (न्यूज हेल्पलाइन) एसएएस गिलानी की मृत्यु के बाद जम्मू-कश्मीर में उत्पन्न तनावपूर्ण स्थिति के बारे में जम्मू और कश्मीर पुलिस ने कहा है कि जम्मू और कश्मीर दोनों क्षेत्रों में स्थिति पूरी तरह से सामान्य है, लेकिन क्षेत्र को अभी भी कड़ी निगरानी में रखा गया है। ज्ञात हो कि विगत 1 सितंबर को कश्मीर के नेता एसएएस गिलानी की मृत्यु हो गई थी, जिससे घाटी में तनाव फैलने की संभावना थी।
जम्मू और कश्मीर पुलिस के तरफ से जारी स्टेटमेंट में कहा गया है कि एसएएस गिलानी की मृत्यु के बाद से उत्पन्न हो गया तनावपूर्ण माहौल अब शांत होने लगा है। क्षेत्र में इंटरनेट सहित अधिकांश प्रतिबंधों में ढील दी गई है, और कश्मीर और जम्मू दोनों क्षेत्रों में स्थिति पूरी तरह से सामान्य है, लेकिन कड़ी निगरानी में है।
इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने पिछले 5 दिनों में जमीनी स्थिति से अत्यधिक पेशेवर तरीके से निपटने के लिए पुलिस, CAPF (Central Armed Police Forces) और सेना की तैनाती की सराहना की। उन्होंने कहा, “पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा दिखाया गया विशेष संयम और स्थानीय लोगों विशेषकर युवाओं का बहुत जिम्मेदार आचरण की अत्यधिक सराहना की जाती है। हमें शांति को मजबूत करने के लिए एक साथ आगे बढ़ना होगा ताकि शांति के दुश्मनों की पहचान की जा सके और कानून के तहत उनसे सख्ती से निपटने वाले शरारती तत्वों को बाहर निकाला जा सके।”
ज्ञात हो कि एसएएस गिलानी की मृत्यु के बाद, आईजीपी कश्मीर श्री विजय कुमार ने एसपी और एएसपी के साथ उनके दोनों बेटों से रात 11 बजे उनके आवास पर मुलाकात की, उन्हें शोक व्यक्त किया और संभावित प्रमुख एल एंड ओ स्थितियों के कारण आम जनता के बड़े हित के लिए रात में दफनाने का अनुरोध किया। हालांकि दिवंगत एसएएस गिलानी के दोनों बेटों ने पहले उग्र तेवर अपनाया, मगर समझाने पर वे मान गए। मनाने के बाद परिजन शव को श्मशान ले आए और उनकी मौजूदगी में सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार किया।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने क्षेत्र के शरारती तत्वों के बारे में उल्लेख करते हुए बताया कि इंतिज़ामिया कमेटी के सदस्य और स्थानीय इमामों द्वारा लाश को पाकिस्तानी झंडे में लपेटना, पाकिस्तान के पक्ष में नारेबाजी करना और पड़ोसियों को बाहर आने के लिए उकसाना उनके पाकिस्तानी एजेंडे के प्रति वफादारी का संकेत था।