नई दिल्ली, 12 जून 2021 कोरोना ने दुनिया के हरेक देश, हरेक व्यक्ति के जीवन को प्रभावित किया है। इस महामारी ने लाखों-लाख लोगों की जान ले ली है। यहां तक कि इसके प्रकोप से दूसरों की जान बचाने वाले डॉक्टर्स भी नहीं बच सकें। इस बीमारी ने भारत में बहुत तबाही मचाई है, विशेषकर कोरोना की दूसरी लहर ने तो इतना तीव्र प्रहार किया है कि संभलने का अवसर ही नहीं मिला। कोरोना की दूसरी लहर में देश के 719 डॉक्टरों ने अपनी जान गंवा दी है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के द्वारा आज जारी रिपोर्ट के अनुसार देश में मृत हुए 719 डॉक्टरों में से सबसे ज्यादा मौत बिहार में ( 111 मौतें ) हुई है। दूसरे नंबर पर दिल्ली है, जहां पर 109 डॉक्टरों की मौत हुई है। ज्ञात हो कि IMA ने जब पिछली बार ऐसा ही एक आंकड़ा जारी किया था तब दिल्ली पहले स्थान पर और बिहार दूसरे स्थान पर था। इसका मतलब है कि इन दो रिपोर्ट के बीच में बिहार में ज्यादा डॉक्टरों की मौतें हुई हैं।
IMA द्वारा जारी आज जारी किए गए रिपोर्ट के अनुसार कोरोना की दूसरी लहर में डॉक्टरों की मौत के मामले में दिल्ली के बाद क्रमशः उत्तर प्रदेश 79, पश्चिम बंगाल 63, राजस्थान 43, झारखंड 39, गुजरात 37, तेलंगाना 36, आंध्र प्रदेश 35, तमिलनाडु 32, ओडिशा 28, केरल 24, महाराष्ट्र 23, मध्यप्रदेश 16, कर्नाटक 9, असम 8, छततिगढ़ 5, मणिपुर 5, हरियाणा 3, जम्मू और कश्मीर 3, पंजाब 3, गोवा 2, त्रिपुरा 2, उत्तराखंड 2 और पुडुचेरी 1 का नंबर आता है।
डॉक्टरों की मौतों के आंकड़ों को देख कर कोरोना महामारी की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस बीमारी ने जब चिकित्सा विशेषज्ञों तक को नहीं बख्शा तो आम जन को कितनी सावधानी रखनी चाहिए, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। हालांकि देश में अब कोरोना सुस्त पड़ने लगा है मगर दूसरी लहर के परिणामों को देखते हुए अभी भी सावधानी रखने की आवश्यकता है।