दमोह, 7 सितंबर (न्यूज हेल्पलाइन) टोटके या अंधविश्वास एक ऐसी चीज है, जो विश्व के सभी भागों में किसी न किसी रूप में मौजूद हैं। मगर अगर भारत की बात करें तो यह देश के कोने-कोने में मौजूद है। विशेषतः देश के अविकसित कस्बों और गांवों में तो यह अभी भी अपनी जड़ें जमाए हुए हैं।
इसी कड़ी में कल 6 सितंबर को मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में पड़ने वाले दमोह जिले में एक अंधविश्वास से जुड़ी घटना हुई, जिसमें अच्छी बारिश के लिए 6 बच्चियों को निर्वस्त्र कर पूरे गांव घुमाया गया और सबसे आश्चर्य कि बात यह रही कि इस प्रकरण में बच्चियों के माता-पिता ने भी बढ़-चढ़ के भाग लिया।
ज्ञात हो कि यह घटना दमोह जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर जबेरा थाना क्षेत्र के बनिया गांव में घटित हुआ। इस घटना के तहत स्थानीय प्रचलित कुप्रथा के तहत बारिश के देवता को खुश करने के लिए कुछ नाबालिग लड़कियों को नग्न कर उनके कंधे पर मूसल में मेंढक बांध कर पूरे गांव में घुमाया गया था। इस दौरान गांव की औरतें उन बच्चियों के पीछे-पीछे भजन गाते हुए घूम रही थी। ज्ञात हो कि इस साल इस इलाके में लोगों के मनमुताबिक बारिश नहीं हुई है, और यहां के स्थानीय लोगों का मानना है कि ऐसा करने से क्षेत्र में बारिश हो जाएगी।
इस बारे में जानकारी मिलते ही राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने स्वतः संज्ञान लेते हुए दमोह जिला प्रशासन से इस घटना की रिपोर्ट मांगी है। इस बारे में पूछे जाने पर दमोह के जिलाधिकारी एस कृष्ण चैतन्य ने कहा कि NCPCR को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। ऐसे मामलों में प्रशासन केवल ग्रामीणों को इस प्रकार के अंधविश्वास की निरर्थकता के बारे में जागरूक कर सकता है और उन्हें समझा सकता है कि इस तरह की प्रथाओं से वांछित परिणाम नहीं मिलते हैं।