चेन्नई, 29 मई - तमिलनाडु के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री एम.के स्टालिन ने मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालते ही घोषणाओं की झड़ी लगा दी है। इसी क्रम में उन्होंने आज कोरोना के कारण अपने दोनों परिजनों को गंवा चुके अनाथ बच्चों के लिए घोषणा करते हुए हरेक बच्चे के लिए पांच-पांच लाख रुपए सहायता करने की बात कही है। हालांकि, उन्होंने अभी तक इसके रूपरेखा के बारे में कुछ नहीं बताया है।
ज्ञात हो कि कोरोना से बुरी तरह प्रभावित तमिलनाडु में अब तक 22 हज़ार से ज्यादा लोगों की मौत इस महामारी से हो चुकी है, जिसमें से बहुत से दंपतियों की भी मौत हो गई है। उनके पीछे उनके बच्चे अनाथ हो गए हैं। स्टालिन की इस सहायता से उन अनाथ हुए बच्चों के जीवन को थोड़ा सा आसान बनाने में मदद मिलेगी, ऐसी उम्मीद है। हालांकि, स्टालिन अपने घोषणा में अगर अपने एक परिजन की जान गंवा चुके बच्चों के लिए भी कुछ सहायता प्रदान करते तो और बेहतर होता।
विदित हो कि हाल ही में देश की अन्य राज्य सरकारों ने भी कोरोना की वजह से अपने परिजनों को खो चुके अनाथ बच्चों के लिए कई घोषणाएं की है, जिससे प्रेरित होकर बाकी सरकारें भी प्रयास कर रही हैं। कल सर्वोच्च अदालत ने भी देश के सभी जिलों के जिलाधिकारियों को कोरोना से अनाथ हुए बच्चों की देखभाल और बेसिक जरूरतों के पूर्ति की जिम्मेदारी सौंप दी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश में उन बच्चों को भी सम्मिलित किया गया है, जिन्होंने अपना एक अभिभावक भी कोरोना के कारण गंवाया है।