नई दिल्ली, 18 जनवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) विश्व आर्थिक मंच के ऑनलाइन दावोस एजेंडा 2022 शिखर सम्मेलन में भाग लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत न केवल वर्तमान बल्कि अगले 25 वर्षों के लिए आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए आज अपनी नीतियां बना रहा है। उन्होंने कहा की भारत के विकास की यह अवधि हरित और स्वच्छ के साथ-साथ टिकाऊ और विश्वसनीय होगी।
विश्व आर्थिक मंच (WEF) के ऑनलाइन दावोस एजेंडा 2022 शिखर सम्मेलन में एक विशेष संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने अगले 25 वर्षों के लिए उच्च विकास के साथ-साथ कल्याण और कल्याण की संतृप्ति के लक्ष्य निर्धारित किए हैं।
पीएम ने कहा कि भारत सही दिशा में सुधारों पर केंद्रित है और वैश्विक आर्थिक विशेषज्ञों ने भारत के फैसलों की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा, "पूरी दुनिया की हमसे जो उम्मीदें हैं, हम उन्हें पूरा करेंगे।"
उन्होंने कहा, “भारत कभी लाइसेंस राज के लिए जाना जाता था। आज, हम व्यापार करने में आसानी को प्रोत्साहित कर रहे हैं, व्यवसायों में सरकार की भागीदारी को कम कर रहे हैं।”
आगे उन्होंने कहा, “हमें यह स्वीकार करना होगा कि हमारी जीवनशैली भी जलवायु के लिए एक बड़ी चुनौती है। 'फेंक अवे' संस्कृति और उपभोक्तावाद ने जलवायु चुनौती को और गंभीर बना दिया है। मिशन 'लाइफ' के लिए वैश्विक जन आंदोलन बनना जरूरी है।”
प्रधानमंत्री ने बढ़ते उद्योग क्षेत्र में अपनी उपलब्धियाँ बताते हुए कहा, ”2014 में, भारत में कुछ सौ पंजीकृत स्टार्टअप थे। आज उनकी संख्या 60 हजार को पार कर गई है, जिनमें से 10 हजार से अधिक ने पिछले 6 महीनों में पंजीकरण कराया है। आज देश में 50 लाख से ज्यादा सॉफ्टवेयर डेवलपर काम कर रहे हैं। वहीं, आज भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा, सुरक्षित और सफल डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म है। पिछले महीने ही भारत में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) के जरिए 4.4 अरब ट्रांजेक्शन हुए हैं।”
विदेशी निवेशकों से भारत में निवेश करने के लिए न्योता देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा की, “भारत में निवेश करने का यह सबसे अच्छा समय है। भारतीयों में उद्यमशीलता की भावना, नई तकनीक को अपनाने की क्षमता, हमारे प्रत्येक वैश्विक साझेदार को नई ऊर्जा दे सकती है।”
उन्होंने आगे कहा की, “आज भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा फार्मा उत्पादक है। कोविड के समय में हमने देखा है कि भारत किस तरह 'वन अर्थ, वन हेल्थ' के विजन पर चलते हुए कई देशों को जरूरी दवाएं और टीके देकर करोड़ों लोगों की जान बचा रहा है। भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है और देश में वैक्सीन की 156 करोड़ खुराक का प्रशासन भी कर रहा है। भारत ने विश्व को आशा का एक गुलदस्ता भेंट किया है।”
उन्होंने कहा, "भारत दुनिया को 'आशा का गुलदस्ता' प्रदान करता है। इसमें लोकतंत्र में हमारा विश्वास शामिल है, इसमें हमारी तकनीक, हमारा स्वभाव और प्रतिभा शामिल है। हमने पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान लॉन्च किया है जो बुनियादी ढांचे, विकास और कार्यान्वयन को एकीकृत करेगा। यह वस्तुओं, लोगों और सेवाओं को निर्बाध रूप से जोड़ेगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारत आर्थिक विकास को बनाए रखते हुए पूरी सतर्कता और सावधानी के साथ एक और कोविड -19 लहर से लड़ रहा है।