मुंबई, न्यूज हेल्पलाइन 4 जनवरी, बहुजन समाज ने केंद्र में भारतीय जनता पार्टी को सत्ता दी, लेकिन अब वही भाजपा सरकार बहुजन समाज की जड़ों को खोदने में लगी है। मराठा और ओबीसी आरक्षण के बाद आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के आरक्षण पर भी बीजेपी सरकार ने एक और चोट किया है। केंद्र की मोदी सरकार पर यह निशाना महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव और मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने साधा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का यह फैसला बहुजन समाज को आरक्षण से वंचित कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एजेंडे पर काम कराना है। लोंढे ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार का सीक्रेट प्लान समाज के सभी वर्गों के लिए आरक्षण को धीरे-धीरे समाप्त करने का है।
इस संबंध में बोलते हुए अतुल लोंढे ने आगे कहा कि ईडब्ल्यूएस श्रेणी के आरक्षण में सेंध लगाने के बाद बीजेपी का बहुजन विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया है। ईडब्ल्यूएस घटकों को लेकर केंद्र सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे के मुताबिक पांच एकड़ से ज्यादा जमीन रखने वाले अब आरक्षण के पात्र नहीं होंगे। लोंढे ने कहा कि इस फैसले से मराठवाड़ा और विदर्भ के लोग ज्यादा प्रभावित होंगे । यहां कई परिवारों के पास पांच एकड़ से ज्यादा की जमीन है, लेकिन सूखी भूमि और कम आय के कारण इस क्षेत्र में गरीब किसानों को आत्महत्या जैसा कदम भी उठाने के लिए भी मजबूर होना पड़ता है ।अब ऐसे गरीब किसानों, बहुजन परिवारों को आरक्षण नहीं मिलेगा। अतुल लोंढे ने कहा कि भाजपा सरकार के इस कार्रवाई से पता चलता है कि वह समाज के हर वर्ग का आरक्षण खत्म करने की साजिश रच रही है। यह स्पष्ट हो गया है कि जो काम सीधे हाथ नहीं किया जा सकता है, उसके लिए 'उंगली टेढ़ा कर घी निकालने ' का काम किया जा रहा है ।
लोंढे ने कहा कि एक ओर केंद्र सरकार ने ओबीसी आरक्षण के लिए आवश्यक इम्पेरिकल डेटा प्रदान नहीं किया है। इसलिए महाराष्ट्र समेत पूरे देश में ओबीसी का राजनीतिक आरक्षण संकट में है। महाराष्ट्र में हाल ही में हुए पंचायत चुनाव बिना ओबीसी आरक्षण के हुए। ऐसा ही हाल मध्य प्रदेश और ओडिशा का भी है। 50 प्रतिशत से ऊपर के आरक्षण को केंद्र सरकार ने मंजूरी नहीं दी है और अब ईडब्ल्यूएस वर्ग के आरक्षण भी खत्म किया जा रहा है। मराठा समुदाय जो ईडब्ल्यूएस से आरक्षण के लिए पात्र था, उन्हें भी यह लाभ नहीं मिलेगा। लोंढे ने आम जनता से भी अपील की कि वे भाजपा के इस पाखंडी चेहरे को पहचानें और समय रहते सतर्क हो जाएं।