मुंबई, 25 अप्रैल, (न्यूज़ हेल्पलाइन) टेस्ला CEO इलॉन मस्क के ट्विटर को खरीदने को लेकर कई कयास लगाए जा रहे है, साथ ही इस सम्बन्ध में चर्चाएं भी तेज होती जा रही है। इस बीच खबर आ रही है कि ट्विटर इलॉन मस्क के प्रस्ताव पर एक बार फिर से विचार कर रहा है। द वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक दो कैंप्स के बीच की चर्चा के साथ, ट्विटर इलॉन मस्क के प्लेटफार्म खरीदने के प्रस्ताव पर पुनर्विचार कर रहा है। मस्क ने कहा है कि वे जरूरत भर की फंडिंग सुरक्षित कर रहे हैं। आपको बता दे हाल ही में ट्विटर को खरीदने के लिए इलॉन मस्क ने 43 बिलियन डॉलर (लगभग 3273.44 अरब रुपए) का ऑफर दिया था।जिसके बाद इसको लेकर काफी विवाद गहराने लगा था। लेकिन, अब एक नई रिपोर्ट के अनुसार ऐसा माना जा रहा है की ट्विटर मस्क के साथ ये डील करने की तैयारी में है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसका ये मतलब नहीं है कि ट्विटर मस्क के 54.20 डॉलर प्रति शेयर डील को मान लेगा। बल्कि कंपनी इसके लिए मस्क के साथ बातचीत करके और भी ज्यादा अच्छे ऑफर की तलाश करेगी।
मस्क ने ट्विटर को खरीदने के पीछे फ्रीडम ऑफ स्पीच पर चिंताओं का हवाला दिया है, हालांकि फ्री-स्पीच विशेषज्ञ ने मस्क के अप्रत्याशित बयानों और आलोचकों को धमकाने के इतिहास को उनके कही बातों के विपरीत बताया है। सूत्रों ने बताया कि उन्होंने सक्रिय रूप से फंड्स पर ध्यान देने के साथ वीडियो कॉल की एक सीरीज में शेयरहोल्डर्स का चयन करने के लिए अपनी पिच बनाई। उम्मीद की जा रही है कि ये लोग कंपनी के फैसले को प्रभावित कर सकते हैं।
पिछले दिनों ट्विटर बोर्ड ने मस्क द्वारा कंपनी के टेकओवर को रोकने के लिए प्वॉजन पिल स्ट्रैटेजी अपनाई थी। हालांकि, बोर्ड मेंबर द्वारा मस्क से इस डील पर बातचीत के लिए तैयार होना यह दर्शाता है कि मस्क ने इस Poison Pill स्ट्रेटेजी की तोड़ ढूंढ़ लिया है। अभी मस्क के पास 9.2% शेयर हैं। जर्नल से यह जानकारी भी मिली की ट्विटर की ओर से संभावित बदलाव मस्क के कंपनी के कई शेयरहोल्डर्स के साथ निजी तौर पर मिलने के बाद आया है।
मीडिया रिपोर्ट से पता चला है कि ट्विटर इस प्रस्ताव पर नए सिरे से विचार कर रहा है और इस बार होने वाली बातचीत में ज्यादा सम्भावना देखी जा रही है की ट्विटर इलॉन मस्क के प्रस्ताव को स्वीकार कर लेगा। बता दें टेस्ला के CEO मस्क ने कहा है कि उन्होंने लेनदेन को वित्तपोषित करने के लिए 46.5 बिलियन डॉलर के करीब रकम हासिल की थी। इसके अलावा वे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कब्जा करने के लिए कंपनी के शेयरहोल्डर्स से सीधे अपील करने का प्लान बना रहे हैं।