नई दिल्ली, 15 जून 2021 केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज कोरोना से विभिन्न आयु वर्ग के बच्चों पर पड़ने वाले प्रभावों का आंकड़ा जारी किया। इस डाटा के अनुसार कोरोना की पहली लहर में 1 से 10 वर्ष के आयु वर्ग में 3.28 प्रतिशत बच्चे कोविड19 के प्रभाव में आए, जबकि कोरोना के दूसरी लहर में इस आयु वर्ग में 3.05% बच्चे कोरोना से प्रभावित हुए।
इसी प्रकार अगर 11 से 20 वर्ष के किशोरों पर कोरोना के प्रभाव की बात करें तो पहली लहर में इस उम्र सीमा में 8.03% बच्चे कोविड19 से प्रभावित हुए, जबकि दूसरी लहर में 8.5% बच्चें संक्रमित हुए। इनआंकड़ों को देख कर कहा जा सकता है कि बड़े बच्चों में कोरोना संक्रमण के ज्यादा मामले देखे गए हैं।
कोरोना से बच्चों पर प्रभाव का आंकड़ा जारी करते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, “वैक्सीनेशन कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एक अतिरिक्त उपकरण है। मैं सभी से स्वच्छता को प्राथमिकता देने और मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग सहित COVID19 के उपयुक्त व्यवहार का पालन करने का आग्रह करता हूं। जितना हो सके यात्रा से बचें।”
कोरोना से उत्पन्न स्थिति कि समीक्षा करते हुए लव अग्रवाल ने कहा, “कोरोना पॉजिटिव के शिखर देखने के बाद अब दैनिक मामलों में लगभग 85% की गिरावट देखी गई है। हम यह स्थति 75 दिनों के बाद देख रहे हैं। ये कोरोना संक्रमण दर में समग्र गिरावट का संकेत दे रहा है।”
विदित हो कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार एक दिन में कोरोना पॉजिटिव आने के मामले में विगत 75 दिनों में आज सबसे कम संख्या दर्ज की गई है। इस प्रकार कुल ऐक्टिव कोरोना केस घटकर 10 लाख से कम हो गया है। यह बहुत सकारात्मक संकेत है।