गुंटूर (AP), 2 फरवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) आंध्र प्रदेश का गुंटूर जिला विगत दिनों टैब सुर्खियों में आया था जब विवादित पाकिस्तानी नेता मोहम्मद अली जिन्ना के नाम पर गुंटूर जिले में अवस्थित जिन्ना टावर पर हिंदू वाहिनी कार्यकर्ताओं ने 26 जनवरी को राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगा) फहराने की कोशिश की थी। हिन्दू वाहिनी के इस प्रयास को अनोखे अंदाज में जवाब देते हुए गुंटूर पूर्व से राज्य के सत्तारूढ पार्टी YSRCP के विधायक मोहम्मद मुस्तफ़ा ने विवादित जिन्ना टावर को कल मंगलवार 1 फरवरी को तिरंगे से रंग दिया।
गुंटूर पूर्व से YSRCP विधायक मोहम्मद मुस्तफा ने इस रंगरोधन के बाद भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान मुस्लिम नेताओं ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। आजादी के बाद कुछ मुसलमान भारत छोड़कर पाकिस्तान में बस गए। लेकिन हम भारतीयों के रूप में अपने देश में रहना चाहते थे और हम अपनी मातृभूमि से प्यार करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा के नेताओं को इस कोविड महामारी के समय में लोगों की भलाई के लिए कार्य करना चाहिए, न कि साम्प्रादायिक टकराव वाले कार्य करना चाहिए।
ज्ञात हो कि ऐसे तो गुंटूर स्थित यह जिन्ना टावर हमेशा से ही भाजपा नेताओं के टारगेट में रहा है, मगर विगत वर्ष के दिसंबर में जब आंध्र प्रदेश के भाजपा नेताओं ने गुंटूर के नगर निगम कमिश्नर को इस टावर के नाम को जिन्ना टावर से बदल कर राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के नाम पर करने के लिए आवेदन दिया तो यह राष्ट्रीय चर्चा में आया था। उसके बाद विगत गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को हिन्दू वाहिनी के नेताओं ने इस विवादित टावर पर तिरंगा फहराने की कोशिश की तो उन्हें पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था। अब स्थानीय विधायक मोहम्मद मुस्तफ़ा के द्वारा इस टावर को तिरंगे से रंगने से इस प्रकरण में नया मोड़ आया है।