नई दिल्ली, 27 अगस्त (न्यूज हेल्पलाइन) भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कल गुरुवार 26 अगस्त को को कहा कि कोरोना महामारी के विरुद्ध दिया जा रहा वैक्सीन इस कोरोना महामारी से होने वाली मौत की संभावना को 98 से लेकर 99 प्रतिशत तक कम करता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वैक्सीन बीमारी में सुधार लाने के लिए है, न कि इसे रोकने के लिए।
ICMR के महानिदेशक ने आगे कहा कि वैक्सीन कोरोना बीमारी की गंभीरता, अस्पताल में भर्ती होने की संभावना को कम करते हैं। पूर्ण टीकाकरण गंभीर बीमारी और मृत्यु से सुरक्षा प्रदान करता है और एक भीड़ में शामिल होने पर जरूरी चीजों की आवश्यकता है। इसलिए टीकाकरण के बाद भी मास्क का प्रयोग जारी रखना बहुत जरूरी है।
ज्ञात हो कि देश में कोविड महामारी का पहला और दूसरा दौर समाप्त होने को है, हालांकि देश के कुछ हिस्से अभी भी इस संक्रामक महामारी से जूझ रहे हैं। इसमें सबसे अग्रणी राज्य केरल है, जहां पर देश में रोजाना दर्ज होने वाले नए मरीजों में से लगभग दो तिहाई मरीज पाए जा रहे हैं। हालांकि केरल की सहायता के लिए केंद्र सरकार ने अपना पूरा सहयोग दे रखा है। इसके बावजूद संख्या कम होने का नाम ही नहीं ले रही है।
इसी तरह कोरोना के नए-नए वैरिएन्ट पाए जाने के कारण कोविड-19 की तीसरी लहर आने की बात कही जा रही है। बता दें कि 135 करोड़ से ज्यादा जनसंख्या वाले भारत देश में अब तक 46 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोविड के विरुद्ध वैक्सीन दी जा चुकी है। इनमें से 13 करोड़ से ज्यादा लोगों को तो वैक्सीन की दूसरी डोज भी दी जा चुकी है। मगर 18 साल से कम उम्र के बच्चों को वैक्सीन दिए जाने पर अभी तक फ़ैसला नहीं हुआ है। इसके अलावे अभी देश का बहुत बड़ा तबका वैक्सीन से वंचित है। इस तरह खतरा अभी भी बरकरार है। सावधानी जरूरी है।