नई दिल्ली, 18 मार्च (न्यूज़ हेल्पलाइन) उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू (M Venkaiah Naidu) ने आज उप-राष्ट्रपति निवास में स्कूली बच्चों और सचिवालय के कर्मचारियों के साथ होली (Holi Celebration) मनाई। MCD द्वारा संचालित स्कूलों सहित दिल्ली के चार स्कूलों के बच्चों ने उपराष्ट्रपति के आवास पर जाकर उन्हें होली की बधाई दी। जब उत्साही बच्चों ने देशभक्ति की कविताओं का पाठ किया तो उपराष्ट्रपति प्रसन्न हुए।
इस दौरान (Holi Celebration) उपराष्ट्रपति (Vice President of India) ने बच्चों के सवालों का जवाब भी दिया। एक छात्र के सवाल के जवाब में कि क्या वह कभी डिमोटिवेट हो जाता है, उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा, "नहीं, मैं डिमोटिवेट नहीं होता, लेकिन कभी-कभी, जब कुछ सांसद सदन में मानकों के अनुरूप व्यवहार नहीं करते हैं, तो मेरा मोहभंग हो जाता है।" उन्होंने यह भी कहा कि सरदार पटेल उनकी दृढ़ इच्छा शक्ति के प्रेरणा स्रोत हैं।
उपराष्ट्रपति (Vice President of India) अपने आधिकारिक कर्तव्यों और पारिवारिक जिम्मेदारियों को कैसे संतुलित करते हैं, इस पर एक अन्य प्रश्न के लिए, नायडू ने कहा, "अपने सक्रिय राजनीतिक जीवन के दौरान, मैं परिवार के साथ न्याय नहीं कर सका, लेकिन उपराष्ट्रपति बनने के बाद, अब मैं उनके साथ समय बिताने की कोशिश करता हूं। मेरा परिवार।" उन्होंने आगे कहा कि "उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति के रूप में, मेरे पास संवैधानिक कर्तव्यों और दायित्वों को निभाने के लिए है, लेकिन मैं हमेशा अपनी पोती और पोते से बात करने के लिए एक बिंदु बनाता हूं।"
उपराष्ट्रपति (Vice President of India) ने बच्चों को अपनी मां, मातृभूमि और मातृभाषा से हमेशा प्यार और सम्मान करने की सलाह दी। उन्होंने उनसे कहा, "देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए जियो और काम करो।" 'शेयर और केयर' के हमारे सदियों पुराने सभ्यतागत मूल्यों पर प्रकाश डालते हुए, नायडू ने छात्रों से करुणामय दृष्टिकोण विकसित करने का आग्रह किया।