न्यूज हेल्पलाइन 19 जनवरी, दिल्ली, सोमवार को नई दिल्ली के दावोस में विश्व आर्थिक मंच (WEF) में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के आभासी भाषण ने टेलीप्रॉम्प्टर की विफलता पर शब्दों की जंग छेड़ दी है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने टेलीप्रॉम्प्टर की विफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया, जबकि मोदी के समर्थकों ने कहा कि गांधी खुद अप्रासंगिक भाषण के प्रतीक बन गए हैं और यह मशीनों की गलती नहीं थी, जवाब ऐसे शब्दों में है। राहुल गांधी ने कहा, "यहां तक कि टेलीप्रॉम्प्टर ने भी झूठ को बर्दाश्त नहीं किया।" टेलीप्रॉम्प्टर में भाषण खराब होने के बाद मोदी ने अपना भाषण रोक दिया। टेक्निकल टीम में से कोई मोदी से कह रहा था, 'सर, एक बार उनसे पूछ लो कि क्या सब कुछ मेल खाता है'। मोदी ने अपनी बाईं ओर देखा कि क्या कोई वैकल्पिक मशीन है। लेकिन ऐसे वर्चुअल स्पीच में आपको सीधे कैमरे में देखना होता है। एक तरफ देखते हुए बोल नहीं सकते।