कोलकाता, 2 फरवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच जारी खींचातानी, जिसमें ममता बनर्जी ने राज्यपाल पर आरोप लगाते हुए उन्हें ट्विटर पर बैन कर दिया है, में राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने जवाब दिया है।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने अपने बयान में कहा कि यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण और लोकतंत्र के लिए एक चुनौती है कि मीडिया ने सीएम ममता बनर्जी से सवाल नहीं किया; उसने जो कहा उसकी मेरी कोई विश्वसनीयता नहीं है। उन्होंने बेतहाशा आरोप लगाया कि राज्यपाल उन्हें हर दिन ट्वीट करते हैं। मैंने एक भी ट्वीट नहीं भेजा है।
ज्ञात हो कि विगत 31 जनवरी को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर आरोप लगाते हुए उन्हें अपने ट्विटर से बैन कर दिया है। इस विवाद में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना था कि मुझे ट्विटर पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ को ब्लॉक करने के लिए मजबूर किया गया है। हर दिन वह सरकारी अधिकारियों को निशाना बनाने और धमकी देने वाले ट्वीट जारी कर रहे थे जैसे कि हम उनके बंधुआ मजदूर हैं।
पश्चिम बंगाल राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इन आरोपों के जवाब में आज कहा कि मेरी मेज पर कोई फाइल लंबित नहीं है। यदि कोई लंबित मुद्दे हैं, तो उनकी सरकार को जवाब देना होगा। उनका यह बयान कि मैं हर दिन ताज बंगाल से खाना मंगवाता हूं, तथ्यात्मक रूप से गलत है। मैं मुख्यमंत्री से राज्यपाल के एक भी दस्तावेज/ट्वीट को इंगित करने के लिए कहता हूं जो अपमानजनक या अनुचित है।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने अपनी सफाई में आगे कहा कि ममता बनर्जी का प्रदर्शन लोकतांत्रिक शासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन रहा है; अगर यह पश्चिम बंगाल में कानून के शासन के अनुसार नहीं है, तो मैं इसमें कदम रखता हूं।
वैसे तो राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच खींचतान होती रहती है, मगर जिस प्रकार और जिस स्तर पर पश्चिम बंगाल में खींचातानी हो रही है, ऐसा बहुत कम ही होता है। अब इस प्रकरण का पटाक्षेप कब और कैसे होता है, यह देखने वाली बात होगी।