ताजा खबर
बुलेट ट्रेन: प्रोजेक्ट का पूरा होना इस प्रमुख कारक पर निर्भर करता है, आरटीआई से पता चला   ||    ICICI और Yes Bank के सर्विस चार्ज बदले, Axis ने भी किया बड़ा ऐलान   ||    मलेशियाई नौसेना के हेलीकॉप्टर हवा में टकराए, 10 की मौत   ||    मलेशियाई नौसेना के हेलीकॉप्टर हवा में टकराए, 10 की मौत   ||    लोकसभा चुनाव 2024: सबसे बड़ा लोकतंत्र मतदान क्यों नहीं कर रहा?   ||    Earth Day 2023: पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?   ||    फैक्ट चेक: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के बीच CM धामी ने सरेआम बांटे पैसे? वायरल वीडियो दो साल पुराना...   ||    मिलिए ईशा अरोड़ा से: ऑनलाइन ध्यान खींचने वाली सहारनपुर की पोलिंग एजेंट   ||    आज का इतिहास: 16 अप्रैल को हुआ था चार्ली चैपलिन का जन्म, जानें अन्य बातें   ||    एक मंदिर जो दिन में दो बार हो जाता है गायब, मान्यता- दर्शन मात्र से मिलता मोक्ष   ||   

सुप्रीम कोर्ट में 17 दिसंबर से 2 जनवरी तक विंटर वेकेशन, इस बार नहीं होगी कोई भी वेकेशन बेंच

Photo Source :

Posted On:Friday, December 16, 2022

मुंबई, 16 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। सुप्रीम कोर्ट में 17 दिसंबर से विंटर वेकेशन शुरू हो रहे हैं। दो हफ्ते की छुटि्टयों से पहले शुक्रवार सुप्रीम कोर्ट का लास्ट वर्किंग डे है। इसके बाद कोर्ट 2 जनवरी से दोबारा खुलेगी। यह बात CJI डीवाय चंद्रचूड़ ने कही। उन्होंने कोर्ट रूम में मौजूद वकीलों को बताया कि 1 जनवरी तक कोई भी वेकेशन बेंच भी नहीं होगी। CJI चंद्रचूड़ ने यह भी कहा, सुप्रीम कोर्ट के लिए कोई मामला छोटा नहीं है। अगर हम व्यक्तिगत स्वतंत्रता के मामलों में कार्रवाई करते हुए राहत नहीं देते हैं, तो हम यहां क्या कर रहे हैं। 

कोर्ट की छुटि्टयों को लेकर जुलाई 2022 में रांची में लाइफ ऑफ ए जज, पर जस्टिस एसबी सिन्हा मेमोरियल लेक्चर देते हुए तत्कालीन CJI रमना ने कहा था, कि लोगों के मन में यह गलत धारणा है कि जज परम आराम में रहते हैं। केवल सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक काम करते हैं और अपनी छुट्टियों का आनंद लेते हैं। ये सब झूठी कहानियां हैं। जब हमारे आसान जीवन के बारे में झूठी कहानी गढ़ी जाती हैं तब इन्हें हजम कर पाना मुश्किल हो जाता है। हम वीकेंड्स और कोर्ट वेकेशन में भी रिसर्च करने और लंबित फैसलों को लिखने का काम जारी रखते हैं। इसके लिए हमें अपने जीवन की कई खुशियों को खोना पड़ता है।

संयोग से CJI की यह टिप्पणी कानून मंत्री के उस बयान के बाद आई जिसमें उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट को जमानत याचिकाओं पर सुनवाई नहीं करनी चाहिए, बल्कि संवैधानिक मामलों की सुनवाई करनी चाहिए। तो वहीं, कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने बीते दिन राज्यसभा में एक लिखित प्रश्न के जवाब में कहा था, 9 दिसंबर तक देश के 25 हाईकोर्ट्स में महज 777 जज काम कर रहे हैं। जबकि 1108 जजों के पद स्वीकृत हैं। इनमें जिससे 331 (30 प्रतिशत) पोस्ट्स वेकेंट हैं।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.