ताजा खबर
Earth Day 2023: पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?   ||    फैक्ट चेक: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के बीच CM धामी ने सरेआम बांटे पैसे? वायरल वीडियो दो साल पुराना...   ||    मिलिए ईशा अरोड़ा से: ऑनलाइन ध्यान खींचने वाली सहारनपुर की पोलिंग एजेंट   ||    आज का इतिहास: 16 अप्रैल को हुआ था चार्ली चैपलिन का जन्म, जानें अन्य बातें   ||    एक मंदिर जो दिन में दो बार हो जाता है गायब, मान्यता- दर्शन मात्र से मिलता मोक्ष   ||    फैक्ट चेक: कानपुर में हुई युवक की पिटाई का वीडियो 'ब्राह्मण पर पुलिसिया अत्याचार' के गलत दावे के साथ...   ||    वानखेड़े स्टेडियम में प्रदर्शन के बाद धोनी ने युवा प्रशंसक को मैच बॉल गिफ्ट की   ||    फैक्ट चेक: मंदिर से पानी पीने के लिए नहीं, फोन चोरी के शक में की गई थी इस दलित बच्ची की पिटाई   ||    Navratri 2024: नवरात्रि के 7वें दिन करें सात उपाय, नौकरी और कारोबार में मिलेगी सफलता   ||    यूपीएससी रियलिटी चेक: उत्पादकता, घंटे नहीं, सबसे ज्यादा मायने रखती है; आईएएस अधिकारी का कहना है   ||   

अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के ख़िलाफ़ युवा संगठन ने दर्ज कराई एफ़आईआर।

Photo Source :

Posted On:Friday, June 25, 2021

ईटानगर, 25 जून 2021
अरुणाचल प्रदेश में एक युवा संगठन ने किमिन विवाद को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडू के खिलाफ एफ़आईआर दर्ज की है।

यह मामला तब सामने आया जब विभिन्न संगठनों ने सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा राज्य की राजधानी ईटानगर से 75 किलोमीटर दूर अरुणाचल प्रदेश के एक छोटे से शहर किमिन का नाम बदलकर बिलगढ़ करने और इसे असम के हिस्से के रूप में दिखाने पर आपत्ति जताई है। यह तब हुआ जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 17 जून को बीआरओ द्वारा संचालित 20 किमी किमिन-पोटिन और 11 अन्य सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन किया।

ऑल अरुणाचल प्रदेश अबो तानी स्टूडेंट्स यूनियन (TAAPATS) ने 24 जून को दर्ज एफ़आईआर में आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री खांडु ने असम को अरुणाचल प्रदेश के किमिन-पोटिन हिस्से को सौंपने के लिए बीआरओ प्राधिकरण के साथ मिलीभगत की। दर्ज एफ़आईआर में किसी भी सक्षम अदालत में मुख्यमंत्री के खिलाफ आगे बढ़ने के लिए सबूत होने का भी दावा किया है। दूसरी ओर, सेव अरुणाचल यूथ एसोसिएशन ने पापुम पारे के उपायुक्त पिगे लिगू को "नाम बदलने" प्रकरण में उनकी कथित मिलीभगत के लिए निलंबित करने की मांग की। 
 
बता दें, किमिन शहर अरुणाचल प्रदेश के पापुम पारे जिले में हैं।

एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को उपायुक्त को निलंबित करने या फिर आंदोलन का सामना करने के लिए 10 दिन की समय सीमा भी दी। एफ़आईआर में दावा किया कि बीआरओ ने उपायुक्त लिगु को किमिन-पोटिन सड़क के उद्घाटन से पहले सूचित किया था, जिसमें स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया था कि कार्यक्रम बिलगढ़, असम में हो रहा था। शिकायतकर्ताओं का कहना है की उपायुक्त ने बीआरओ की गलती को सुधारने का जानबूझकर कोई प्रयास नहीं किया।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.