वाराणसी। जिले में अपराधिक गतिविधियों पर कड़ी कार्यवाही के साथ साथ धोखाधड़ी व जालसाजी में संलिप्त लोगो के खिलाफ भी वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने अपनी कमर कस ली है और लगातार जालसाजो की धरपकड़ कर कार्यवाही कर रही है। नीलगिरी इंफ्रासिटी में पकड़े गए आरोपियों पर कार्यवाही का क्रम जारी है तो वहीं यूपी में प्लॉट, मकान, वाहन और जेवर के नाम पर निवेश कराकर अरबों रुपए ठगने वाली शाइन सिटी कंपनी से जुड़े एक और व्यक्ति को आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) की टीम ने गिरफ्तार किया है।
क्या है पूरी घटना:-
मंगलवार को हुई प्रयागराज निवासी आशीष कुमार की गिरफ्तारी के बाद न्यायालय में पेश किया जाएगा। चार मामलों में पुलिस को आशीष की तलाश थी। आशीष भी देश छोड़कर दुबई भाग चुके शाइन सिटी कंपनी के मालिक राशिद नसीम के लगातार संपर्क में था। आशीष जनता को कंपनी का एग्रीमेंट करने का काम करता था।
बिहार में प्लॉटिंग और मकान के नाम करतें हैं ठगी:-
पुलिस ने बताया कि शाइन सिटी कंपनी से जुड़े जालसाज लोग अब बिहार में प्लॉटिंग और मकान के नाम पर लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं। आरोपित आशीष भी बिहार में ही कंपनी का काम देख रहा था। शाइन सिटी घोटाले के आरोपी राशिद नसीम और उसके भाई आसिफ नसीम पर लखनऊ और वाराणसी की पुलिस ने 75-75 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। दोनों के द्वारा किए गए अरबों रुपए के फर्जीवाड़े की जांच अब ईओडब्ल्यू कर रही है।
कमिश्नरेट पुलिस के अलावा EOW की टीमें हैं सक्रिय:-
पुलिस कमिश्नर (CP) ए. सतीश गणेश ने बताया की अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कमिश्नरेट पुलिस के अलावा EOW की टीमें लगातार सक्रीय है। मो. तारिक की गिरफ्तारी जैतपुरा पुलिस द्वारा की जा चुकी है, अन्य तीन की तलाश की जा रही है। इनमें से एक गिरफ्तार किए जा चुके कंपनी के मैनेजर अमिताभ श्रीवास्तव की पत्नी मीरा श्रीवास्तव है। मीरा के घर वाराणसी की सिंधोरिया कॉलोनी और छित्तूपुर में हैं। फिलहाल मीरा घर छोड़कर भागी हुई है। उसके खिलाफ लखनऊ में 37 मुकदमे दर्ज हैं। मीरा श्रीवास्तव के अलावा इस मामले में पुलिस को सत्संग विहार कॉलोनी निवासी राजीव कुमार सिंह और लल्लापुरा निवासी आरएन भार्गव उर्फ कमलेश की तलाश है। इन दोनों के खिलाफ भी लखनऊ और वाराणसी में मुकदमे दर्ज हैं।