वाराणसी। तकनीक के इस बढ़ते दौर में जालसाजी करने वाले लोग नए नए तकनीकी हथकण्डों का इस्तेमाल करते हुए घटना को अंजाम दे रहे हैं। शुक्रवार को ठगी का एक ऐसा ही मामला पांडेयपुर से आया जहाँ एक कंप्यूटर ऑपरेटर ने अपने ही फर्म के मालिक को 8 लाख रुपये का चूना लगा दिया है।
प्रकरण के सामने आते ही आरोपी को सारनाथ साइबर थाना ने गिरफ्तार कर सम्बंधित धाराओं में जेल भेज दिया है। फ्रीचार्ज एप के माध्यम से अकेला ट्रेडर्स के बैंक खाते से धीरे-धीरे पैसा निकालने वाले खुशहाल नगर सेक्टर नटनियादाई (शिवपुर) निवासी आरोपी सौरव कुमार सिंह उर्फ राहुल को गिरफ्तार कर पुलिस ने 1 लाख 79 हजार रुपये नगद और मोबाइल सिम बरामद किया है। आरोपी को पुलिस ने कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।
गिरफ्तार करने वालों में प्रभारी निरीक्षक राहुल शुक्ल, दरोगा सुनील कुमार यादव, हेड कांस्टेबल श्याम लाल गुप्ता, हेड कांस्टेबल आलोक कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल प्रभात कुमार द्विवेदी, कांस्टेबल गोपाल चौहान शामिल रहे।
ऐसे हुआ धांधली का भंडाफोड़:-
पांडेयपुर के नई बस्ती निवासी चन्द्रमणि जायसवाल ने साइबर क्राइम थाने पर मुकदमा दर्ज करवाया की उनके फर्म अकेला ट्रेडर्स के बैंक खाते से 7 लाख 90 हजार 450 रूपये साइबर अपराधियों ने गायब कर दिया है। दरोगा सुनील कुमार यादव ने जब जांच शुरु की और बैंक से संपर्क कर ट्रांजेक्शन विवरण प्राप्त किया तो सभी ट्रांजेक्शन नेटबैंकिंग के माध्यम से हुए थे। पुलिस को तत्काल फर्म के किसी शख्स के शामिल होने पर शक हुआ। जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया।
12 पास है शातिर जालसाज:-
इण्टर तक की पढ़ाई करने वाला आरोपी सौरव कुमार सिंह उर्फ राहुल को कम्प्यूटर की अच्छी जानकारी है। वह दिसम्बर 2020 से बाबतपुर स्थित अकेला ट्रेडर्स फर्म में काम करना शुरू किया था। आरोपी का काम गाड़ियों के फिटनेस फीस, इन्श्योरेन्स फीस, रजिस्ट्रेशन फीस, परमिट फीस कम्प्यूटर से आनलाइन जमा करने का था। वह कंपनी का कैशियर भी था। उसके पास फर्म के खाते के सभी दस्तावेज और आई.डी. पासवर्ड भी थे।
कर्ज के कारण दिया घटना को अंजाम:-
पुलिस को आरोपी में बताया कि कर्ज ज्यादा होने के कारण पैसे के लालच में आकर फर्म के आईडी पासवर्ड व फर्म के एसबीआई बैंक के खाता का दुरूपयोग करते हुए बिना मालिक के बताये अपने मोबाइल में फ्री चार्ज एप्प डाउनलोड कर फर्म के खाते को उस एप्प से एड कर फर्म के खाते से धीरे धीरे अपने खाते और वालेट मे पैसे ट्रांसफर कर लिए। उस पैसे को अपने परिचितों के खाते और वालेट मे ट्रान्सफर कर उनसे नगद ले लेता था। पुलिस को आरोपी ने बताया कि मैने आनलाइन गेम खेलने खाने पीने और कर्ज चुकाने में खर्च कर दी है। मैने कुल लगभग आठ लाख रुपया अकेला ट्रेडर्स फर्म के खाते से निकाला है।