वाराणसी। गंगा का जलस्तर घटते हुए अपने सामान्य स्थिति की तरफ बढ़ रहा है। बाढ़ का रौद्र रूप तो नम्र पढ़ रहा पड़ गया है पर अभी भी गंगा की उफनती लहरों में छलांग लगाना खतरे से खाली नहीं है। खतरों से खेलते हुए गंगा के किनारे ऊंचाई से छलांग लगाना एक युवक को भारी पड़ गया और अन्ततः उसे अपनी जान गवानी पड़ गई।
क्या है पूरा मामला:-
भदैनी स्थित भदेश्वर महादेव गली के निवासी बद्री यादव का पुत्र गोपाल यादव (38) एक बढ़िया तैराक था, और प्रतिदिन गंगा स्नान करता था। गुरुवार की शाम को भी वह गंगा स्नान के लिए पास के ही घाट पर पहुंचा और गंगा में सिर के बल गोता लगा दिया। गंगा के किनारे पड़े मलबे और उनके नीचे पड़े घाट की सीढ़ियों से मृतक का सर टकरा गया। जोरदार टक्कर के कारण गोपाल के सर पर गंभीर चोट आई और वह बेसुध होगया। स्थानीय लोगों ने उसे इलाज के लिए तुरंत बीएचयू ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
नशे का आदी था गोपाल:-
स्थानीय लोगों के मुताबिक मृतक की सात साल पहले शादी हुई थी, लेकिन छह महीने बाद ही पत्नी से तलाक हो गया था। मृतक दो भाई और दो बहन में सबसे बड़ा था। स्थानीय लोगो ने बताया कि मृतक नशे का आदि था और घर में अकेले ही रहता था। मृतक दूध का काम करता था।
2 दिन पहले ही हुई थी ऐसे घटना:-
दो दिन पहले देवरिया से आये दो दोस्त भी काशी विश्वनाथ और अन्य देवालयों में दर्शन से पहले गंगा स्नान के लिए तुलसीघाट पहुंचे थें।बाढ़ के कारण गंगा के किनारों पर सतह कहीं गहरे तो कहीं छिछले हो गए हैं,इसी कारण वहां स्नान कर रहें देवरिया निवासी अमरमणि त्रिपाठी पानी की गहराई नहीं भांप पाए और गहरे पानी मे चले जाने के कारण उनकी मौत हो गई थी।
उफनाई गंगा में खतरनाक स्टंट और बिना जाने स्नान करना लोगों को भारी पड़ रहा है। बाबजूद इसके स्थानीय युवा गंगा में कूदकर स्नान करने से बाज नहीं आ रहें हैं और आए दिन ऐसी घटना का शिकार हो रहें हैं।