वाराणसी। रविवार की रात शहर में एक बेहद हैरान करने वाली घटना घटी। मरीजों को ढांढस बंधाने वाले और लोगो की जान बचाने वाले एक निजी अस्पताल के निदेशक डॉक्टर ने खुद को गोली मार आत्महत्या कर ली। इस घटना से चिकित्सा जगत के लोग स्तब्ध हैं कि आखिर कैसे किसी चिकित्सक की मनोस्थिति इस कदर बिगड़ सकती है कि वो अपनी जान खुद ही ले ले।
क्या है पूरा मामला:-
कैवल्यधाम कॉलोनी निवासी वैभव हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. पराग वाजपेयी ने रविवार की रात अपनी लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। पहुंची कमिश्नरेट की भेलूपुर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना से परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई।पुलिस के मुताबिक, प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि बीती रात शराब पीने को लेकर पत्नी के नाराजगी जताने पर नशे की हालत में डॉक्टर ने आत्मघाती कदम उठाया है।
नशे में खोया होश:-
एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार सिंह ने सोमवार को बताया कि नशे की हालत में डॉ. पराग ने खुद को गोली मारी है। लाइसेंसी पिस्टल भेलूपुर पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
शराब की लत अक्सर बनती थी कलह की वजह:-
डॉ. पराग बाजपेयी जनरल फिजिशियन थे और उनकी पत्नी डॉ. वाणी बाजपेयी स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। जानकारी के अनुसार डॉ. प्रयाग शराब के लती थे। शराब पीने को लेकर उनका उनकी पत्नी से अकसर विवाद होता था। बीती रात भी दोनों में इसको बात को लेकर विवाद हुआ।
डॉ. पराग ज्यादा शराब पी चुके थे। इस पर उनकी पत्नी ने उन्हें कमरे में जाकर सोने को कहा। इसके बाद उनके मन में न जाने क्या आया कि वह बाथरूम में जाकर 32 बोर की अपनी लाइसेंसी पिस्टल से अपनी कनपटी पर गोली मार लिए। गोली चलने की आवाज सुनकर पत्नी और उनके बच्चे भाग कर बाथरूम में गए तो वह खून से लथपथ थे। आनन-फानन उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।