वाराणसी। अक्सर आपने ऐसी कहावतें सुनी होंगी कि उधार मांगते वक्त इंसान गाय तो वहीं लौटते वक्त शेर जैसा व्यवहार करने लगता है। ऐसा ही एक वाक्या वाराणसी के चेतगंज इलाके में देखा गया जहां सहयोग के नाम पहले 1 करोड़ रुपये 85 लाख रुपये उधार मांगे गए और जब लौटाने की बारी आई तो टालमटोल करते हुए उधार देने वाले को धमकी देना शुरु कर दिया। पीड़ित ने पहले इसकी शिकायत थाने पर की कोई सुनवाई न होने पर उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया न्यायालय के आदेश पर पुलिस मुकदमा दर्ज करके जांच में जुट गई।
क्या है पूरा मामला:-
मामला वाराणसी के चेतगंज थाना क्षेत्र का हैं। दरअसल, भेलूपुर के नवाबगंज निवासी कपड़ा व्यवसायी शेख अंबर ने अपने परिचित चौक क्षेत्र के सदानंद बाजार निवासी सगे भाई जमाल अख्तर, अब्दुल्ला नासिर और जाहिद इमरान को व्यापार के सिलसिले में 1 करोड़ 85 लाख रुपए उधार दिये। शेख अंबर के मुताबिक, पैसा दिए हुए एक लंबा समय बीत गया और तीनों उधार देने के नाम पर चुप्पी साधे हुए थे तो उन्होंने उनसे की। बीते 10 मई को तीनों व्यापारियों ने 1 करोड़ 85 लाख रुपए मूल्य के 3 चेक दिया। बैंक में तीनों चेक जमा करने पर कहा गया कि भुगतान नहीं हो सकता है। इस पर उन्होंने अपने अधिवक्ता के माध्यम से तीनों भाइयों को नोटिस भेजी।
नोटिस से नाराज होकर तीनों भाई बीती 6 जून को शेख सलीम फाटक स्थित उनकी दुकान आए। तीनों ने उन्हें धमकाया कि अपना पैसा भूल जाओ। साथ ही तीनों का कहना था कि उनके संबंध कुख्यात अपराधियों से हैं। अगर अब नोटिस दी या पुलिस से शिकायत की तो पूरे परिवार को खत्म करा देंगे। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि उन्होंने इसकी शिकायत चेतगंज थाने से लेकर पुलिस विभाग के अधिकारियों से भी की लेकिन सुनवाई नहीं हुई। मजबूर होकर उन्होंने अदालत में न्याय की गुहार लगाई। कोर्ट के आदेश पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
चेतगंज थाना प्रभारी ने बताया कि अदालत के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।