वाराणसी l सनबीम लहरतारा में मासूम के साथ हुई दरिंदगी के बाद पूरे शहर में उबाल है l जनाक्रोश को देखते हुए पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने विशेष जांच दल एस.आई.टी. का गठन कर नेतृत्व डीसीपी वरुणा ज़ोन विक्रांत वीर को दी l घटना के चौथे दिन बुधवार को दिन भर असमंजस की स्थिति बनी रही, अंततः पुलिस ने प्रबंधक को घटना के लिए दुष्प्रेषण का दोषी मानते हुए कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया l चेयरमैन दीपक मधोक सहित प्रबंधन से जुड़े 10 लोगों को एसआईटी ने 14 घंटे पूछताछ के बाद चेतावनी दी कि आप शहर नहीं छोड़ेंगे और स्कूल से जुड़े सभी कागजात कमेटी के सामने पेश करेंगे l
घटना के बाद स्कूल जाने वाले सभी नौनिहालों के अभिभावक अब काफी चिंता में डूब गए हैं l स्कूल में सुरक्षा को लेकर अब नई बहस छिड़ गई है l पुलिस ने वाराणसी के सभी स्कूल मैनेजर और प्रिंसिपल को कैंपस में सुरक्षा का वातावरण बनाए रखने की चेतावनी दी है वहीं स्कूल की गाइड लाइन का पूरा पूरा पालन करने का भी निर्देश दिया गया है l अब पुलिस की ओर से अभिभावकों के सिक्योरिटी ऑडिट कमिटी का गठन किया जाएगा l वही सीबीएसई या अन्य बोर्ड की गाइड लाइन में किस तरह के बदलाव किए जाएंगे इस पर भी फैसला लिया जाएगा l
अपर पुलिस आयुक्त (अपराध और मुख्यालय) सुभाष चंद्र दुबे ने कहा कि हर स्कूल में एक महिलाकर्मी जरूर होनी चाहिए l उन्होंने स्कूल मैनेजर को चेताया कि 4 दिन बाद पुलिस स्कूलों का निरीक्षण करेगी जहां कैमरे नहीं मिलेंगे उन पर कार्यवाही बिल्कुल तय है l सुभाष चंद्र ने बताया कि सभी स्कूल मैनेजर और प्रिंसिपल को निर्देश दिया गया है कि 4 दिन के अंदर जहां- जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं लगवा ले, खराब कैमरे दुरुस्त करवाएं सॉरी स्कूल के अंदर गर्ल्स और बॉयस टॉयलेट हर फ्लोर पर होने चाहिए l