वाराणसी। 18 अगस्त को सामने घाट इलाके में मिली एक युवती के शव से स्थानीय लोगों और इलाकाई पुलिस में हड़कंप मच गया। शिनाख्त के बाद पता चला की शव एक छात्रा का था जो बीते 16 अगस्त से अपने कमरे से गायब थी। छात्रा के पिता द्वारा बेटी को गायब कर मारने का आरोप लगाने के पर पुलिस ने 20 अगस्त को तीन युवकों को हिरासत में भी लिया था। पर एक हफ्ते की जांच और पूछताछ के बाद कुछ और ही मामला सामने आया।
दरअसल परिजनों द्वारा जिन तीन नामजद और अज्ञात लोगो के ऊपर हत्या के आरोप लगाए गए थे वे पूर्णतः निराधार निकले। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी भी प्रकार के एंटी मार्टम इंजरी का होना नहीं पाया गया। सीडीआर के माध्यम से किसी भी संदिग्ध का लोकेशन भी नहीं मिला। इस खुलासे में चार टीमें लगी थी, जबकि नेतृत्व खुद एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार सिंह कर रहे थे। सीसीटीवी फुटेज में सामनेघाट तक छात्रा के साथ कोई युवक या युवती भी नहीं दिखाई दी।
प्यार में हो रही थी नजरअंदाज:-
भेलूपुर इंस्पेक्टर रमाकांत दुबे ने बताया कि परिजनों की मांग पर भले ही हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया, मगर तकनीकी और मैन्युअल साक्ष्य संकलन कर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई हुई है। धारा 302,201, 354 भादवि से धारा तरमीम कर 306 और 354 भादवि में दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई है। जांच में पता चला है कि मृतका संजना आशीष पांडेय से बेहद प्यार करती थी, ज्यादातर समय दोनों एक दूसरे से फोन पर बात करते थे। संजना ने जब आशीष से शादी करने की बात कही तो वह मुकर गया, और दोनों के बीच धीरे-धीरे मनमुटाव शुरू हो गया। आशीष पांडेय पिछले कुछ दिनों से संजना को नजरअंदाज करने लगा था, जिससे वह मानसिक तनाव में रहने लगी थी। उसने अपने कई सहेलियों और आशीष के मित्रों से सुसाइड की बात कह रही थी।
बनने लगा था लव ट्रायएंगल:-
इधर संजना की रुममेट का बॉयफ्रेंड राहुल तिवारी एकतरफा प्यार करने लगा था, परिजनों के मुताबिक संजना ने उसको थप्पड़ मारने के साथ ही सबक सिखाने की बात भी कही थी। राहुल धीरे-धीरे परेशान भी करने लगा था, राहुल को जब संजना के बॉयफ्रेंड की बात मालूम चली तो वह वह करीबी बढ़ाने की कोशिश करने लगा था। पुलिस ने ईसीपुर थाना दुर्गावती जिला कैमूर निवासी आशीष पांडेय को आत्महत्या के लिए उकसाने और लोहिया नगर थाना सैयदराजा जिला चन्दौली निवासी राहुल तिवारी को छेड़खानी में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक भेलूपुर रमाकान्त दुबे, दरोगा पवन कुमार, हेड कांस्टेबल अजेन्द्र राय, कांस्टेबल विशाल तिवारी शामिल रहे।