वाराणसी। सिगरा थाना क्षेत्र के प्रजापति भवन में हुई हत्या से वाराणसी पुलिस कमिश्नर ने शुक्रवार की शाम को सफलतापूर्वक पर्दा हटा दिया। सिगरा पुलिस ने इस घटना में शामिल दो मजदूरों सहित एक महिला को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पकड़े गए आरोपियों के अनुसार मृतक दिलीप रावत उसकी पत्नी के साथ गलत हरकतें करना चाहता था। बार-बार सचेत करने के पश्चात भी वह नहीं मान रहा था इसलिए तीनों आरोपियों ने मिलकर उसे मौत के घाट उतार दिया और प्रजापति भवन का पैसा चुराकर भागने में सफल रहे।
क्या है पूरा मामला :-
सिगरा पुलिस ने बताया कि जब 4 अगस्त को सिगरा थानाक्षेत्र में हुई हत्या में शामिल तीन अपराधियों को मुखबिर की सूचना पर रोडवेज परिसर से गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए अभियुक्त जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव निवासी हरपुर, थाना भैरवगंज जिला चम्पारण बिहार, पप्पू गुप्ता निवासी भटनी बैदन थाना महराजगंज जिला आज़मगढ़ और पूजा गुप्ता पत्नी पप्पू गुप्ता यहां से भागने की फिराक में थे।
पूछताछ में इन्होने बताया कि लल्लापुरा नई पोखरी के पास प्रजापति भवन में 15 दिन पहले से हम तीनों लोग रह रहे थे। 30 जुलाई से जितेंद्र का जानने वाला दिलीप रूम पर आने लगा जो की छपरा का रहने वाला था। वह जितेंद्र से पप्पू गुप्ता की पत्नी के साथ अवैध सम्बन्ध बनवाने के लिए दबाव बनाने लगा था और पूजा के साथ गन्दी हरकतें करता था। 2 अगस्त को उन्होंने उसे मारने का फैसला कर लिया था। उस दिन रात में वह आया तो पूजा से गन्दी हरकत करने लगा। उन्होंने किसी तरह उसे मना किया और फिर तीनों ने मिलकर उसे मौत के घाट उतार दिया।
उसे वहीँ छोड़कर वहां से भागने के लिए प्रजापति भवन के कार्यालय में राखी अलमारी को तोड़कर 11 हज़ार 500 रुपया चुरा लिये और वहां से भाग गए और छुप के रहने लगे। आज अन्यत्र जाने के लिए रोडवेज पहुंचे थे कि पकड़ लिए गए। उनके पास से चुराए गए रुपयों में से 4440 रुपये और आला क़त्ल बरामद किया गया है।