वाराणसी। हत्या, हादसा और आत्महत्या का सिलसिला महाकाल के नगरी में अपना जाल दिन पे दिन बढ़ाते जा रहा हैं, सावन माह के पहले ही दिन जब क्षेत्र में देर सुबह तक पानी को सप्लाई नहीं हुई तो कारण जानने के जिज्ञासु क्षेत्रवासी मन में आक्रोश लिए ट्यूबवेल ओपरेटर के घर जा पहुँचें, जब वे घर के अंदर गए तो वहां की दशा देख सभी के होश फाख्ता हो गए। ट्यूबेल ऑपरेटर का घर के आंगन में संदिग्ध हालात में उसका शव पड़ा मिला।
मामला वाराणसी के मंडुआडीह थाने के क्षेत्र ककरमत्ता का है, गाजीपुर जिले के करडा गांव का मूल निवासी रोजन उर्फ मुन्नू (50) लगभग 3 दशक से ज्यादा समय से उत्तरी ककरमत्ता गांव में रहता था। बीते 4 वर्ष से वह गांव के पूर्व प्रधानपति वकील अंसारी के ऑफिस में अपना ठिकाना बना रखा था। जल निगम का अस्थायी कर्मचारी होने के साथ ही वह इलेक्ट्रीशियन का काम भी करता था।वकील अंसारी ने बताया कि रोजन और उसकी पत्नी के बीच लगभग 20 साल पहले अलगाव हो गया था। रविवार की सुबह जब गांव में पानी की सप्लाई शुरू नहीं हुई तो लोगों ने वकील अंसारी को फोन किया। वकील अंसारी और ग्रामीणों ने रोजन के कमरे का दरवाजा खटखटाया तो नहीं खुला। पड़ोस की छत से जाकर देखने पर पता लगा कि रोजन अपने आंगन में औंधे मुंह गिरा पड़ा हुआ था।
पुलिस और फोरेंसिक टीम ने की जांच:-
मंडुवाडीह थाना प्रभारी परशुराम त्रिपाठी ने बताया कि रोजन के परिजनों को उसकी मौत के संबंध में सूचना दे दी गई है। उनके आने पर शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। मौत की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सकी है। शरीर पर किसी तरह की चोट का निशान भी नहीं है। घटनास्थल से फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्र किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने पर ही मौत की वजह स्पष्ट हो सकेगी और उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।